आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव के दौरान अक्सर नेताओं का एक दल से दूसरे दल में जाना। क्षेत्रीय पार्टियों और छोटी पार्टियों के राष्ट्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन में शामिल होना। कई बार बाहर से समर्थन देना जैसी बातें चुनाव के दौरान सामने आती हैं। कई बार बात न बनने पर एक दल दूसरे दल पर आरोप भी लगाते हैं।
ऐसे में अगर यूपी की सियासत की बात करें तो यहां जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के अध्यक्ष और कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह ऊर्फ राजा भैया अपने समर्थकों से स्वंतत्र होकर वोट देने को कहा है, अपने इस बयान को लेकर उन्होंने कहा कि गठबंधन का दौर है, सभी दल अलायंस करते हैं। ये पॉलिटिकल नॉर्म हो गया है, लेकिन हमारा किसी से गठबंधन नहीं हो सका।
उन्होंने कहा कि ऐसे में कार्यकर्ता ये पूछ रहे थे कि क्या करना है? तो हमने ये फैसला लिया कि अगर गठबंधन नहीं होता है तो हम अपना कैंडिडेट नहीं लड़ाएंगे, जब समर्थक ये पूछते हैं कि हमें मतदान कहां करना है, तो हमने कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई। इसमें कहा गया कि आप लोगों की जहां इच्छा हो वहां वोट दीजिए। बता दें, राजा भैया ने यह बातें आज तक हिंदी न्यूज चैनल से एक इंटरव्यू के दौरान कहीं।
क्या राजा भैया बीजेपी से नाराज हैं?
इस सवाल के जवाब में राजा भैया ने कहा कि हम किसी से नाराज नहीं है, लेकिन अपने कार्यकर्ताओं को किसी के प्रचार में लगा दें, फिर उनकी कोई पहचान न बने, तो इससे हमें और हमारे दल को कोई लाभ नहीं है। अमित शाह से मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा कि हमारी उनसे बहुत अच्छी भेंट हुई, लेकिन तब तक नामांकन हो चुके थे। उसके बाद मुलाकात हुई थी। अब आगे देखते हैं।
‘6 बार बिना शर्त बीजेपी का समर्थन किया’
राजा भैया ने कहा कि हर दो साल पर विधान परिषद और राज्यसभा के चुनाव होते हैं। पिछले 6 साल बार से बीजेपी के कहने पर राज्यसभा और विधान परिषद दोनों में बिना शर्त के मतदान करते रहे हैं। हमारे अलावा जनसत्ता दल के एक और विधायक विनोद सरोज भी वोट करते रहे हैं। हमने कभी कोई शर्त नहीं रखी। कोई सौदेबाजी नहीं की, कोई नखरा नहीं दिखाया। उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रपति के चुनाव में भी बीजेपी के प्रत्याशी को वोट दिया था। इस वजह से लोगों का मानना है कि ये बीजेपी को वोट देते आ रहे हैं, तो बीजेपी को हमारे बारे में सोचना चाहिए।
समाजवादी पार्टी को लेकर राजा भैया ने कहा कि कुछ तल्खियां आ गई थीं, लेकिन वक्त के साथ अब दूर हो गई हैं। उन्होंने कहा कि हमने अपनी पार्टी के वोटबैंक को खुला छोड़ दिया है। जिसको जरूरत हो वो जनता से मिले।
Author: samachar
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