दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर: यूपी के कानपुर में करौली सरकार बाबा का नया दावा सामने आया है। बाबा ने दावा किया है कि करौली गांव शापित है। इस गांव का श्राप दूर करने के लिए तीन ग्रामीणों की मदद से तीन दिवसीय हवन अनुष्ठान कराने का एलान किया है।
करौली सरकार बाबा ने सदियों पुराने गांव क्यों शापित बताया है। इसके पीछ कुछ ही कहानी सामने आ रही है। बाबा पांच अप्रैल से तीन दिनों का विशाल हवन अनुष्ठान करने जा रहे हैं। जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण भी सहयोग कर रहे हैं।
किसान ने जमीन बेचने से इंकार किया
करौली गांव को श्राप मुक्त कराने के पीछे एक अलग कहानी सामने आ रही है। दरअसल कुछ लोगों का कहना है कि आश्रम से सटी डेढ़ बीघा जमीन का मामला सामने आ रहा है।
बाबा आश्रम से सटी डेढ़ बीघा जमीन को खरीदना चाहता है, लेकिन किसान ने जमीन बेचने से इंकार कर दिया है। वहीं आश्रम की तरफ से किसान पर जमीन बेचने का दबाव बनाया जा रहा है।
बाबा ने गांव को बताया श्रापित
करौली सरकार ने किसान पर जमीन बेचने का दबाव बनाया, तो उसने तीन महीने पहले आश्रम के बाहर जमकर हंगामा किया था। इससे गुस्साए बाबा ने गांव को श्रापित बता दिया था। इसके साथ ही आश्रम में आने वाले भक्तों को गांव में मिलने वाले किराय के कमरों को लेने से मना कर दिया था। जिससे ग्रामीणों का रेंट पर रूम देने का व्यापार चौपट हो गया था। सूत्रों के मुताबिक बाबा डेढ़ बीघा जमीन कब्जाने के लिए ग्रामीणों पर दबाव बना रहा है।
करौली सरकार उर्फ संतोष सिंह भदौरिया का विवादों से पुराना नाता रहा है। तीन साल पहले संतोष सिंह भदौरिया से करौली सरकार बन गए थे। बाबा ने मात्र तीन साल में आडंबर का दरबार लगाकर अकूत संपत्ति बना ली। अब उसकी लवकुश आश्रम में खुद की सरकार चल रही है। करौली शंकर महादेव दरबार का साम्राज्य 14 एकड़ में फैल गया। बाबा अपने आश्रम में झाड़फूंक-तंत्रमंत्र और हवन कर के लग्जरी जिंदगी जी रहा है। लेकिन बाबा के ही कुछ भक्तों ने उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दूसरों की बाधाएं दूर करने वाले बाबा के ऊपर बड़ी मुसीबत आने वाली है।
Author: samachar
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