उत्तर प्रदेश में मानसून अब पूरी रफ्तार में है। ललितपुर में सबसे ज्यादा बारिश, झांसी में बेतवा नदी उफान पर, चित्रकूट की गुफाएं जलमग्न। 20 जिलों में भारी बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी।
नौशाद अली की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में मानसून ने अब पूरी ताकत के साथ दस्तक दे दी है। बीते कुछ दिनों से राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ललितपुर, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, अयोध्या समेत करीब 10 जिलों में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। वहीं राजधानी लखनऊ में बादलों की घनघोर मौजूदगी के चलते मौसम सुहावना जरूर बना है, लेकिन बारिश की तीव्रता ने जन-धन को नुकसान पहुंचाने की आशंका भी बढ़ा दी है।
झांसी में बेतवा नदी का कहर, पांच लोग फंसे
झांसी में लगातार बारिश के कारण बेतवा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। इसका सीधा असर मोंठ क्षेत्र के सोजना घाट पर पड़ा, जहां बालू निकालने गए 5 लोग नदी में फंस गए। राहत की बात यह रही कि करीब पांच घंटे बाद गोताखोरों ने ट्यूब की मदद से सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। फंसे हुए लोगों ने बताया कि रात को जलस्तर सामान्य था, लेकिन तड़के 3 बजे अचानक पानी बढ़ने से वे चारों तरफ से घिर गए।
ललितपुर में बारिश का रौद्र रूप, बांध के 5 गेट खोले
फिलहाल सबसे गंभीर स्थिति ललितपुर जिले में देखी जा रही है। यहां लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कचनौंदा बांध के पांच गेट खोलने पड़े, जिससे नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। इस स्थिति में निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने लगी है। प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है।
चित्रकूट की गुप्त गोदावरी गुफा जलमग्न, श्रद्धालु मायूस
मानसून की मार धार्मिक स्थलों तक पहुंच गई है। चित्रकूट की प्रसिद्ध गुप्त गोदावरी गुफा में पानी भरने से मुख्य प्रवेश द्वार बंद करना पड़ा, जिससे सैकड़ों श्रद्धालुओं को दर्शन से वंचित होना पड़ा। यह घटना पर्यटन और धार्मिक गतिविधियों पर असर डाल रही है।
मौसम विभाग का रेड अलर्ट: 20 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने ताजा पूर्वानुमान में चेताया है कि अगले 24 घंटों में प्रदेश के 20 जिलों में भारी बारिश हो सकती है, जबकि 10 जिलों में हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है। विभाग ने यह भी बताया कि मानसून अब पूर्वांचल से पश्चिमी यूपी तक फैल चुका है।
बिजनौर से लेकर लखनऊ तक जलभराव, हाईवे डूबे
पिछले 24 घंटे में ललितपुर में सबसे ज्यादा 132 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई, जो अब तक की सबसे बड़ी मात्रा है। इसके अलावा, लखनऊ समेत करीब 40 शहरों में रुक-रुक कर बारिश होती रही। बिजनौर में स्थिति और भी गंभीर हो गई जब हाईवे जलमग्न हो गया और गलियों में पानी का बहाव नदी जैसा दिखने लगा।
जालौन में बिजली गिरने से मवेशियों की मौत
जालौन जिले में मौसम की कहर ने ग्रामीणों को दहला दिया, जब एक पेड़ के नीचे बंधी 7 बकरियों की बिजली गिरने से मौत हो गई। इससे गांव में दहशत का माहौल है और ग्रामीण प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
बस्ती जिले के रुधौली में टूटा सरयू नहर का बांध
बस्ती के रुधौली क्षेत्र में सरयू नहर का बांध टूटने से किसानों में हड़कंप मच गया है। अठदेउरा गांव के पास आई दरार से करीब 50 बीघा खेत जलमग्न हो गए हैं, जिससे फसलों को गंभीर नुकसान पहुंचने की आशंका है।
उत्तर प्रदेश में मानसून भले ही राहत लेकर आया हो, लेकिन इसके चलते उत्पन्न हालात अब चिंता का विषय बन चुके हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ना, धार्मिक स्थलों में जलभराव, मवेशियों की मौत और बांधों का टूटना—ये सभी संकेत हैं कि मौसम विभाग की चेतावनी को बेहद गंभीरता से लेना चाहिए।