उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के सेगरहा गांव में श्मशान घाट की खुदाई के दौरान मिला ब्रिटिश काल के सिक्कों से भरा मटका। प्रशासन ने पुरातत्व विभाग को दी सूचना, जांच जारी।
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
कौशांबी, उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के सेगरहा गांव में श्मशान घाट निर्माण के लिए हो रही खुदाई के दौरान एक ऐतिहासिक खोज ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। दरअसल, निर्माण की नींव खोदते समय मजदूरों को मिट्टी के भीतर एक पुराना मटका मिला, जो ब्रिटिश काल के सिक्कों से भरा हुआ था। जैसे ही इस खजाने की खबर फैली, गांव में भारी भीड़ उमड़ पड़ी और अफरातफरी का माहौल बन गया।
निर्माण कार्य में निकला मटका
मंझनपुर तहसील के सेगरहा गांव में श्मशान घाट के निर्माण के लिए खुदाई चल रही थी। उसी दौरान, मजदूरों को जमीन के नीचे एक मिट्टी का मटका मिला जिसमें 1857 से 1906 के बीच के पुराने ब्रिटिश सिक्के पाए गए। गांव के प्रधान पति पदम नारायण सोनी ने पुष्टि की कि मटके से लगभग 15 से 20 सिक्के निकले हैं।
सिक्कों को लेकर गांव में मचा हंगामा
मटका निकलते ही ग्रामीणों के बीच सिक्कों को लेकर विवाद शुरू हो गया। इसी बीच पदम नारायण सोनी ने स्थिति को संभालते हुए मटका अपने घर ले गए, हालांकि इस दौरान कुछ सिक्के जमीन पर गिर गए जिन्हें कुछ ग्रामीण उठा ले गए। ग्रामीणों ने बताया कि ये सिक्के पीली और सफेद धातु के हैं, और पुराने जमाने के रुपयों के आकार में हैं।
प्रशासन ने संभाला मामला
सिक्कों की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस को खबर दी गई। जिलाधिकारी मधुसूदन हुलगी ने बताया कि मटका और सिक्के पुलिस की निगरानी में ले लिए गए हैं। साथ ही, पुरातत्व विभाग को भी औपचारिक सूचना दे दी गई है। पश्चिम शरीरा थाना प्रभारी त्रिलोकी नाथ पांडे और पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार को भी मामले की जानकारी दी गई है।
पुरातत्व विभाग करेगा जांच
फिलहाल जहां मटका मिला था, वहां खुदाई का काम रोक दिया गया है। पुरातत्व विभाग की टीम जल्द ही स्थल पर पहुंचेगी और आगे की जांच-पड़ताल करेगी। तब तक के लिए सिक्कों को पुलिस सुरक्षा में रखा गया है।
सेगरहा गांव में ब्रिटिश काल के सिक्कों का मिलना न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि यह पुरातत्विक दृष्टिकोण से भी एक महत्वपूर्ण खोज साबित हो सकती है। प्रशासन और पुरातत्व विभाग की संयुक्त जांच से ही इस रहस्यमयी खजाने की पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी।