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22 January 2025 10:31 pm

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अविवाहित बेटी के पर्स में बाप ने देख लिया प्रेगनेंसी किट, पहले गला घोंटा फिर तेजाब डाला और फैंक दिया शव खेत में

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अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट

कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में दिल दहला देने वाला ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। यहां एक पिता ने अपनी ही बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर उसके शव को नहर में फेंक दिया। पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

कैसे हुआ मामले का खुलासा?

मामला मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के टेनशाह आलमाबाद गांव का है, जहां 21 वर्षीय युवती निशा की हत्या कर दी गई थी। 3 फरवरी को निशा के पिता नरेश ने बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी रात को शौच के लिए निकली थी और फिर वापस नहीं लौटी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, लेकिन कुछ ही दिन बाद नहर में निशा का शव बरामद हुआ।

जब पुलिस ने शव की पहचान कराई, तो परिवारवालों ने उसकी पुष्टि की। लेकिन पुलिस को पूरे मामले पर संदेह हुआ, क्योंकि परिवार की प्रतिक्रिया असामान्य थी। शक के आधार पर जब पुलिस ने पिता नरेश से कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और हत्या की पूरी कहानी उजागर कर दी।

क्या था हत्या का कारण?

पूछताछ में आरोपी पिता नरेश ने बताया कि उसकी बेटी बिना शादी के गर्भवती हो गई थी। एक दिन उसकी पत्नी को निशा के पर्स में प्रेग्नेंसी किट और गर्भनिरोधक गोलियां मिलीं। यह देखकर मां ने बेटी से पूछताछ की, लेकिन निशा कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे रही थी। इसके बाद मां ने उस पर निगरानी रखना शुरू कर दिया और एक दिन उसने उसे फोन पर किसी लड़के से बात करते हुए सुन लिया।

बेटी की इस हरकत से पिता और मां दोनों गुस्से में आ गए। उन्होंने उसे बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन निशा कुछ भी बताने को तैयार नहीं थी। जब परिवार ने उसे डॉक्टर के पास चलने के लिए कहा, तो वह सीधे दूसरे कमरे में चली गई और बात टालने लगी। इससे नाराज होकर परिवार ने उसकी हत्या की योजना बना ली।

कैसे दी गई निशा को मौत?

रात में निशा के माता-पिता और चाचा ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी नरेश के छोटे भाई को दी गई, जिसने रात के अंधेरे में उसे नहर में फेंक दिया। शव की पहचान छिपाने के लिए चेहरा बिगाड़ने की भी कोशिश की गई थी, ताकि पुलिस के लिए पहचान करना मुश्किल हो जाए।

पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपियों को?

जब निशा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी, तब पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू की। निशा के फोन रिकॉर्ड्स और उसके घरवालों के बयान आपस में मेल नहीं खा रहे थे। पुलिस को जल्द ही शक हो गया कि परिवारवालों ने ही इस हत्या को अंजाम दिया है। जब नरेश को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने पूरी साजिश कबूल कर ली।

पुलिस ने हत्या में शामिल पिता, मां और चाचा को गिरफ्तार कर लिया है। इस निर्मम ऑनर किलिंग की घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। समाज में अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या आज भी परिवार की ‘इज्जत’ के नाम पर बेटियों की हत्या की जाती रहेगी?

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