क्या प्रेमचंद की मौत एक सोची-समझी साजिश का नतीजा थी? चित्रकूट के इटखरी गांव से उठी यह रहस्यमयी घटना अब सवालों के घेरे में है। रातोंरात शव का अंतिम संस्कार, पत्नी को अंतिम दर्शन से रोकना और संपत्ति विवाद की परतें — हर पहलू इस मौत को साधारण नहीं रहने दे रहा। वहीं, सत्ता से जुड़े रसूखदारों की संदिग्ध भूमिका ने पूरे मामले को और भी पेचीदा बना दिया है। अब मृतक की पत्नी न्याय की आस में दर-दर भटक रही है, जबकि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। सवाल है — क्या सच्चाई सामने आएगी या फिर यह मामला भी किसी साजिश के अंधेरे में दफन हो जाएगा?
“चित्रकूट के इटखरी गांव में प्रेमचंद की रहस्यमयी मौत ने उठाए गंभीर सवाल। पत्नी ने परिवार पर हत्या के आरोप लगाए, सत्ताधारी नेताओं पर मामले को दबाने का शक। पढ़ें पूरी खबर।”
संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट(भरतकूप)। इटखरी गांव के प्रेमचंद पुत्र नत्थू प्रसाद कोटार्य की रहस्यमयी मौत ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। अब सवाल उठ रहा है कि आखिर प्रेमचंद की मौत का सच कब सामने आएगा? क्या वह किसी गहरी साज़िश का शिकार हुए?
दरअसल, मृतक की पत्नी ने सीधे तौर पर अपने जेठ प्रेमनारायण (शिक्षक), जेठानी सुकन्या देवी और भतीजे ध्यानचंद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि संपत्ति विवाद के चलते प्रेमचंद की हत्या कर दी गई। इसके विपरीत, आरोपित पक्ष मानसिक असंतुलन की कहानी गढ़ रहे हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि प्रेमचंद का रातोंरात दाह संस्कार कर दिया गया और उनकी पत्नी को अंतिम दर्शन तक नहीं करने दिया गया। इससे मामले में साजिश की आशंका और गहरा गई है।
इसके अलावा, सूत्रों के अनुसार सत्ताधारी दल से जुड़े रसूखदार नेताओं के भाई भी पूरे घटनाक्रम — पंचनामा भरने से लेकर शव जलवाने तक — में सक्रिय भूमिका निभाते नजर आए हैं। इससे जांच की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
प्रेमचंद की पत्नी ने इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र सौंपा है। उन्होंने निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। अब देखना यह है कि क्या पुलिस सच्चाई उजागर कर पाएगी या फिर यह मामला भी किसी फाइल में दबकर रह जाएगा।