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मऊ में बाढ़ से निपटने की तैयारी तेज़, संवेदनशील स्थलों की हुई पहचान — जिलाधिकारी ने दिए सख्त निर्देश

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मऊ में बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में फ्लड स्टीयरिंग कमेटी की बैठक आयोजित हुई। बैठक में संवेदनशील क्षेत्रों की समीक्षा और बाढ़ से निपटने के लिए विभागीय तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी गई।

जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

मऊ। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय फ्लड स्टीयरिंग कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी वर्षा ऋतु और संभावित बाढ़ के मद्देनज़र पूर्व तैयारियों की समीक्षा करना था।

बैठक में अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग, मनोज सिंह ने जानकारी दी कि जिले में मुख्यतः सरयू और टोंस नदियों के किनारे बसे क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित होते हैं। इन नदियों के तटों पर अनेक बाँध और कटाव निरोधक परियोजनाएं संचालित हैं। उदाहरण के तौर पर, सरयू नदी के दाएं तट पर महुला गढ़वल बाँध, दोहरीघाट शहर सुरक्षा कार्य, बीबीपुर-बिलौली कटाव रोक परियोजना, रसूलपुर-इमामुद्दीनपुर कार्य, हाहा नाला रिंग बाँध आदि शामिल हैं।

संवेदनशील और अति संवेदनशील स्थल चिन्हित

इसके अतिरिक्त, उन्होंने बताया कि दोहरीघाट क्षेत्र में स्थित श्मशान घाट, भारत माता मंदिर, डोमराज का घर और खाकी बाबा मंदिर सहित सूरजपुर ग्राम के पास कटाव स्थल और हाहा नाला रिंग बाँध को अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। वहीं, टोंस नदी के किनारे स्थित भदेसरा जमींदारी बाँध को संवेदनशील माना गया है।

प्रगति पर हैं कई परियोजनाएं

बैठक में बताया गया कि बीबीपुर बेलौली बाँध का विस्तार, धर्मपुर-बिशनपुर कटाव निरोधक कार्य, और हाहा नाला रिंग बाँध पर ब्रिक सोलिंग व स्लोप पिचिंग जैसी परियोजनाएं प्रगति पर हैं। जिले में सिंचाई विभाग के अंतर्गत कुल 09 बाँध (लंबाई 96.370 कि.मी.) और 97 ड्रेनेज सिस्टम (लंबाई 571.52 कि.मी.) हैं, जिनकी निगरानी लगातार की जा रही है।

बाढ़ नियंत्रण कक्ष और चौकियों की व्यवस्था

बैठक में यह भी बताया गया कि बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना, चौकियों की स्थिति, कर्मचारियों की ड्यूटी, गेटों की मरम्मत, रैन कट्स व शाही होल्स की मरम्मत आदि कार्य बाढ़ के पहले ही पूर्ण किए जा रहे हैं।

जिलाधिकारी के निर्देश

जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने स्पष्ट निर्देश दिए कि वर्षा के दौरान जल-जमाव की स्थिति किसी भी दशा में उत्पन्न न हो। इसके लिए सभी खंड विकास अधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारी को समुचित तैयारियां सुनिश्चित करनी होंगी।

अपर जिलाधिकारी की अपील

अपर जिलाधिकारी सत्यप्रीय सिंह ने बाढ़ के समय खाद्यान्न, हरा चारा, दवाइयों, पेयजल, बिजली और पुलिस बल की व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।

बैठक में उपस्थित अधिकारी

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, जिला पंचायत राज अधिकारी अजीत कुमार सिंह, समस्त खंड विकास अधिकारी, सहायक अभियंता रत्नेश वर्मा, रमेश चंद्र वर्मा, जूनियर इंजीनियर प्रिंस सिंह, श्रीमती सोनी सिंह, अखिलेश यादव, उदय नारायण पाण्डेय और प्रदीप कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

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