
बरहज के जी.एम. एकेडमी में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में स्व. डॉ. काशीनाथ मिश्र की चतुर्थ पुण्यतिथि पर शिक्षाविदों और समाजसेवियों ने उनके महान व्यक्तित्व, संस्कार, अनुशासन और संस्कृत साधना को किया याद।
देवरिया ब्यूरो रिपोर्ट
बरहज(देवरिया)। नगर के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान जी.एम. एकेडमी में आज उसके प्रेरणा स्रोत स्वर्गीय डॉ. काशीनाथ मिश्र की चतुर्थ पुण्यतिथि अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में नगर के प्रमुख शिक्षाविद, समाजसेवी एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत आश्रम बरहज के पीठाधीश्वर श्री आञ्जनेयदास जी महाराज और चेयरमैन डॉ. श्री प्रकाश मिश्र सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा स्व. डॉ. मिश्र की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इसके बाद डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार मिश्र के मंगलाचरण से वातावरण आध्यात्मिक हो उठा।
इसके पश्चात वक्ताओं ने डॉ. काशीनाथ मिश्र के बहुआयामी व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। डॉ. ओमप्रकाश शुक्ल ने कहा कि वे संस्कृत के मूर्धन्य विद्वान थे, जिनका योगदान आज भी अनुकरणीय है। वहीं चेयरमैन डॉ. श्री प्रकाश मिश्र ने अपने पूज्य पिताजी को याद करते हुए कहा,
“उनका जीवन संयम, सदाचार और भारतीय संस्कृति का जीवंत उदाहरण था। वे सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, अपितु एक संपूर्ण विचारधारा थे।”
डॉ. अजय मिश्र ने उन्हें ‘आदर्श पुरुष’ की संज्ञा दी और कहा कि उनके स्थान की पूर्ति असंभव है। वहीं पूर्व माध्यमिक चयन बोर्ड सदस्य डॉ. दिनेश मणि त्रिपाठी ने कहा, “स्व. डॉ. मिश्र न केवल शिक्षक थे, बल्कि एक युगद्रष्टा भी थे।”
सभाध्यक्ष आञ्जनेयदास जी महाराज ने अपने भावपूर्ण उद्बोधन में कहा, “डॉ. मिश्र का जीवन सादगी, विद्वत्ता और समाजसेवा से ओतप्रोत था। वे वास्तव में संस्कृति के वाहक और संस्कृत भाषा के अप्रतिम साधक थे।”
इस अवसर पर अन्य वक्ताओं में डॉ. गंगाधर मिश्र, डॉ. महंथ कुशवाहा, सूर्यदेव उपाध्याय, कैप्टन शैलेंद्र त्रिपाठी (गोरखपुर), मोहन द्विवेदी (सलेमपुर शाखा के प्रधानाचार्य), ए.के. पांडेय (बरहज प्रधानाचार्य), गंगा प्रसाद पांडेय, मंगल मणि, रामजी यादव, राम सिंगारे पांडेय सहित कई अन्य वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए और स्व. डॉ. मिश्र को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की निदेशिका डॉ. संभावना मिश्र ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। सभा में स्व. मिश्र की धर्मपत्नी बदामी देवी सहित पुरुषोत्तम मिश्र, डॉ. भूपेंद्र मिश्र, रामाश्रय यादव, प्रेम शंकर पाठक, बृजेश कुमार मिश्र, अजय प्रताप सिंह, अञ्जनी उपाध्याय, अनिल निषाद, सचिन सिंह, विनय मिश्र एवं खड्ग बहादुर यादव समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस पूरी श्रद्धांजलि सभा का सफल संचालन पंकज शुक्ल ने किया।