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23 February 2025 12:04 am

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हाथ में कडा और कांधे पर काला गमछा था पहचान, मनबढ़ ऐसे कर रहे हैं ‘आत्मसमर्पण’

178 पाठकों ने अब तक पढा

अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट

बरहज। क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों और सोशल मीडिया के जरिए गैंग का विस्तार करने वाले मनबढ़ युवकों को सुधारने के लिए मदनपुर पुलिस ने ‘ऑपरेशन तलाश’ अभियान छेड़ा है। इस अभियान के तहत अब तक लगभग एक दर्जन युवकों ने आत्मसमर्पण कर अपनी गलती स्वीकारते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है।

गैंग में एंट्री के लिए 2000 रुपये फीस, काला गमछा और स्टील का कड़ा पहचान

पुलिस की जांच में सामने आया कि ‘रफ्तार गैंग’ के नाम से एक गिरोह सक्रिय था, जिसमें शामिल होने के लिए 2000 रुपये की एंट्री फीस ली जाती थी। गैंग से जुड़ने वाले व्यक्ति को पहचान के तौर पर काला गमछा और स्टील का कड़ा दिया जाता था। इस गिरोह का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में दहशत फैलाना और अवैध गतिविधियों को अंजाम देना था।

व्हाट्सएप ग्रुप से हो रहा आत्मसमर्पण

मदनपुर थाने के इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में बीते चार दिनों से ‘ऑपरेशन तलाश’ अभियान चलाया जा रहा है। व्हाट्सएप के थाना सहयोगी ग्रुप में 302, 307 और 333 गैंग के कई सदस्यों ने समर्पण किया है। पुलिस की इस रणनीति से कई अपराधी खुद आगे आकर अपनी गलती स्वीकार रहे हैं और दोबारा अपराध न करने की कसम खा रहे हैं।

गोरखपुर के ‘बिच्छू गैंग’ से जुड़े थे ‘रफ्तार गैंग’ के सदस्य

जांच में खुलासा हुआ कि रफ्तार गैंग का गठन लगभग एक से डेढ़ साल पहले हुआ था। इस गैंग के सदस्य गोरखपुर के कुख्यात ‘बिच्छू गैंग’ से जुड़े हुए थे। बिच्छू गैंग से प्रेरित होकर मदनपुर और सुरौली थाना क्षेत्रों में रफ्तार गैंग ने अपनी जड़ें जमानी शुरू कीं और आसपास के गांवों के शरारती तत्वों को जोड़कर गैंग को मजबूत किया।

सोशल मीडिया के जरिए दहशत फैलाने की कोशिश

रफ्तार गैंग के सदस्य सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर अपनी गतिविधियों का प्रचार कर रहे थे। वे अपने कारनामों को वीडियो बनाकर अपलोड करते और दूसरे युवाओं को प्रभावित करने की कोशिश करते। लेकिन पुलिस ऑपरेशन के दौरान कई सदस्यों के पैर में गोली लगने और जेल जाने के बाद गैंग बिखर गया। इसके बावजूद उन्होंने नए नामों से गिरोह बनाकर अपराध जारी रखने की कोशिश की।

ऑपरेशन तलाश’ ने तोड़ी मनबढ़ों की कमर

मदनपुर, सुरौली, भलुअनी, खुखुंदू और लार क्षेत्रों में रफ्तार गैंग की बढ़ती गतिविधियों पर अब पुलिस का शिकंजा कस चुका है। पुलिस के कड़े रुख और लगातार हो रही कार्रवाई से इन अपराधियों की कमर टूटने लगी है।

कई गैंग मेंबर्स ने किया आत्मसमर्पण

शुक्रवार को दुबौली गांव के सन्नी मौर्या, नवीन सिंह, अनूप सिंह, हर्ष सिंह, आलोक सिंह और सर्वेश यादव समेत कई युवकों ने आत्मसमर्पण कर माफी मांगी और समाज में शांति बनाए रखने का संकल्प लिया।

लोगों ने की पुलिस कार्रवाई की सराहना

इस अभियान से जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है। स्थानीय लोग इस कार्रवाई की खुले दिल से प्रशंसा कर रहे हैं और इसे क्षेत्र में शांति बहाल करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम बता रहे हैं। ‘ऑपरेशन तलाश’ के तहत पुलिस का अभियान जारी रहेगा और जल्द ही अन्य अपराधियों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।

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