बालू खदान संचालक ने रोकी रंज नदी की जलधारा, जलसंकट गहराने से हाहाकार

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सोनू करवरिया की रिपोर्ट

नरैनी(बांदा): जनपद बांदा में बालू खनन माफिया बेखौफ होकर प्रशासनिक नियम-कायदों को ताक पर रख रहे हैं। बेलगाम खनन कारोबारियों की मनमानी का ताजा उदाहरण कालिंजर थाना क्षेत्र के ग्राम गोपरा में देखने को मिला, जहां पट्टाधारक ने रंज नदी की जलधारा रोककर भारी मशीनों के जरिए खुलेआम खनन शुरू कर दिया है।

इस अवैध खनन का सीधा असर स्थानीय ग्रामीणों और जलीय जीवों पर पड़ रहा है। जहां एक ओर जलधारा अवरुद्ध होने से आसपास के गांवों में जलसंकट गहराने लगा है, वहीं दूसरी ओर जलचरों के लिए यह असमय मौत का कारण बन रहा है। बावजूद इसके, प्रशासन खदान संचालक की इस मनमानी पर आंखें मूंदे हुए है, जिससे स्थानीय लोगों में भारी रोष व्याप्त है।

ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही नदी की जलधारा को पुनः प्रवाहित नहीं किया गया तो आसपास के गांवों में पानी की विकट समस्या उत्पन्न हो सकती है। भविष्य में हालात और भी भयावह हो सकते हैं, जब लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरसने को मजबूर होंगे। ऐसे में यदि प्रशासन ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो रंज नदी का अस्तित्व ही खतरे में पड़ सकता है।

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Author: samachardarpan24

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