सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बालू माफिया का आतंक एक बार फिर सामने आया है। देहात कोतवाली क्षेत्र के छोरा चहराओं गांव में अवैध खनन के खिलाफ आवाज उठाने वाले एक किसान नेता को खुलेआम धमकाया गया।
अवैध खनन के खिलाफ शिकायत करने पर माफिया की धमकी
जानकारी के मुताबिक, भारतीय किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह ने बालू माफिया सुखराम सिंह द्वारा नदी किनारे किए जा रहे अवैध खनन की शिकायत पुलिस में की थी। उनका कहना था कि माफिया के लोग बिना साइलेंसर के ट्रैक्टरों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे पूरे इलाके में शोर और धूल का प्रदूषण बढ़ रहा है।
शिकायत मिलने पर पुलिस मौके पर तो पहुंची, लेकिन कोई कार्रवाई किए बिना लौट गई, जिससे बालू माफिया के हौसले और बुलंद हो गए।
रात में धमकाने पहुंचे गुर्गे
शिकायत के कुछ घंटों बाद ही रात करीब 9 बजे, एक सफेद रंग की चार पहिया गाड़ी से 4-5 हथियारबंद लोग शैलेंद्र सिंह के घर पहुंचे। उस वक्त शैलेंद्र सिंह खेत में थे। आरोप है कि गुर्गों ने घर पर गालियां दीं और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए।
ग्रामीणों का आक्रोश, डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन
इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। आज भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले पीड़ित और स्थानीय ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बालू माफिया और उनके गुर्गों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की कि
1. पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो।
2. बालू माफिया और उनके गुर्गों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
3. अवैध खनन को पूरी तरह बंद कराया जाए।
4. शिकायतकर्ता और ग्रामीणों को सुरक्षा दी जाए।
प्रशासन की चुप्पी, ग्रामीणों में डर
ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो हालात और बिगड़ सकते हैं। इलाके में बालू माफिया का इतना दबदबा है कि कोई भी उनके खिलाफ बोलने से डरता है। शिकायतकर्ता शैलेंद्र सिंह और उनके परिवार की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।