संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
गोरखपुर जिले के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव में रविवार को जमीन विवाद को लेकर शुरू हुआ झगड़ा इतना बढ़ गया कि इसमें पुलिसकर्मियों को भी निशाना बनाया गया। दो पक्षों के बीच मारपीट के बाद मौके पर पहुंचे चौकी प्रभारी और एक सिपाही पर हमलावर पक्ष ने हमला कर दिया। सिपाही ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई, जबकि चौकी प्रभारी को बंधक बनाकर उनकी पिटाई की गई।
विवाद की शुरुआत
कन्हौली गांव के निवासी श्रवण यादव और उनके पाटीदार राजन के बीच पिछले 10 सालों से जमीन का विवाद चल रहा है। रविवार को श्रवण यादव बाइक से दुघरा चौराहे पर कंपन का बेयरिंग लेने जा रहे थे। इसी दौरान राजन भी बाइक से वहां पहुंच गया। दोनों के बीच बाइक आगे-पीछे करने को लेकर कहासुनी शुरू हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों के कई लोग मौके पर इकट्ठा हो गए।
पुलिस की शुरुआती कार्रवाई
झगड़े की सूचना पर श्रवण यादव ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया। हालांकि, कुछ ही देर बाद दोनों पक्षों में फिर से झगड़ा शुरू हो गया। मारपीट की स्थिति बनते देख श्रवण ने एक बार फिर पुलिस को बुलाया।
चौकी प्रभारी और सिपाही पर हमला
झगड़े को शांत कराने पहुंचे दुघरा चौकी प्रभारी भूपेंद्र और उनके साथ एक सिपाही पर श्रवण यादव और उनके पक्ष के लोगों ने हमला कर दिया। आरोपियों ने दोनों पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया और उनकी पिटाई की। सिपाही किसी तरह वहां से भागकर सुरक्षित निकल आया और घटना की जानकारी पुलिस थाने को दी।
मौके पर भारी पुलिस बल पहुंचा और चौकी प्रभारी को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया। चौकी प्रभारी को गंभीर चोटें आईं और उन्हें पहले जिला अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर होने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
पुलिस पर पक्षपात का आरोप
श्रवण यादव और उनके परिवार ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया। उनका कहना है कि पुलिस दूसरे पक्ष के साथ मिली हुई है और इसी वजह से समय पर कार्रवाई नहीं की गई।
35 लोगों पर मुकदमा दर्ज
इस घटना के बाद सिकरीगंज थाना क्षेत्र के एसएसआई भूपेंद्र की तहरीर पर दोनों पक्षों के 15 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने श्रवण यादव समेत कई आरोपियों को हिरासत में लिया है।
पुराना विवाद और राजनीति
श्रवण यादव पहले सेना में जवान थे और 10 साल पहले नौकरी छोड़कर गांव लौट आए। उन्होंने राजनीति में कदम रखा और पिछली पंचायत चुनावों में प्रधानी का चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। जमीन का विवाद श्रवण यादव के पिता और उनके भाइयों के बीच पिछले 10 सालों से चल रहा है। इस विवाद को लेकर पहले भी कई बार झगड़े हो चुके हैं।
स्थिति नियंत्रण में
एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने बताया कि मामले में कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस गांव में स्थिति पर नजर बनाए हुए है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त फोर्स तैनात की गई है। पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न केवल जमीन विवाद की गंभीरता को दिखाती है, बल्कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले उन लोगों की मानसिकता पर भी सवाल खड़े करती है जो पुलिस पर हमला करने से भी नहीं हिचकते।