गोरखपुर में विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई। सोशल मीडिया से युवाओं को फंसाकर नकली वीजा देकर ऐंठते थे लाखों रुपये।
संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
गोरखपुर। विदेश भेजने का लालच देकर बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह पर झंगहा थाना पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। पुलिस ने इस गिरोह के चार सक्रिय सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है। गिरोह का मास्टरमाइंड देवरिया जिले के तिघरा, खैरवा गांव का रहने वाला विजेंद्र सिंह है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
कैसे फंसाते थे युवाओं को?
इस ठग गिरोह ने गोरखपुर के मोतीराम अड्डा पर “RBS ट्रेनिंग एंड टेस्ट सेंटर” के नाम से एक ऑफिस खोल रखा था। यहीं से शुरू होता था धोखाधड़ी का खेल। बेरोजगार युवाओं को जल्द विदेश भेजने और अमीर बनाने का सपना दिखाया जाता था। इसके बाद उन्हें नकली और अवैध वीजा थमाकर लाखों रुपये ऐंठ लिए जाते थे।
सोशल मीडिया बना सबसे बड़ा हथियार
गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आकर्षक पोस्टर और भारी-भरकम ऑफर्स के ज़रिए प्रचार करते थे। जैसे ही कोई युवक संपर्क करता, वह इनके जाल में फंस जाता। कई युवाओं को टूरिस्ट वीजा पर विदेश भेजा गया, लेकिन वहां से उन्हें वापस लौटना पड़ा।
ये हैं गिरोह के अन्य सदस्य
- प्रदीप कुमार शर्मा – निवासी ब्रह्मपुर
- अरसद खान उर्फ असद – निवासी कुशीनगर
- सुनैना – निवासी चौरीचौरा
ये सभी इस संगठित गिरोह में सक्रिय रूप से शामिल थे। पुलिस ने इनके खिलाफ धोखाधड़ी और संगठित अपराध की धाराओं में केस दर्ज किया है।
अब क्या हो रहा है?
एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सभी आरोपितों की तलाश जारी है और उनकी चल-अचल संपत्ति की जानकारी जुटाई जा रही है। प्रशासन इनकी संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी में है।