आजमगढ़ की शिक्षिका प्रज्ञा राय ने महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष शिखा मौर्या सहित चार पर साइबर क्राइम, जान से मारने की धमकी और झूठे आरोप लगाने की शिकायत की। डीआईजी के निर्देश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़ जिले के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत मुहम्मदपुर गांव की निवासी और सहायक अध्यापिका प्रज्ञा राय ने महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष शिखा मौर्या व उनके परिवार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने आजमगढ़ मंडल के डीआईजी सुनील कुमार सिंह को शिकायती पत्र सौंपते हुए मानहानि, साइबर क्राइम, जान से मारने की धमकी, एससी-एसटी एक्ट में झूठा फंसाने और मानसिक उत्पीड़न जैसे आरोपों की शिकायत दर्ज कराई है।
डीआईजी के निर्देश पर दर्ज हुआ नामजद मुकदमा
डीआईजी के निर्देश मिलते ही नगर कोतवाली पुलिस सक्रिय हुई और शिखा मौर्या, उनकी बहन स्वप्निल मौर्या, भाई अरुण मौर्या एवं भाभी कंचन मौर्या के विरुद्ध नामजद एफआईआर दर्ज की गई। कोतवाली प्रभारी शशि मौली पांडेय ने बताया कि मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है और आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी।
प्रज्ञा राय की छवि को किया गया धूमिल: आरोप
प्रज्ञा राय ने बताया कि वह अपराजिता संस्था की सचिव और उत्तर प्रदेशीय महिला शिक्षक संघ की मंडल अध्यक्ष हैं। वह वर्ष 2015 से सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं, विशेषकर कुशीनगर में मुसहर समुदाय के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। इसके अतिरिक्त, कोरोना काल में भी उन्होंने हजारों लोगों की सहायता की थी।
उनका आरोप है कि महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष शिखा मौर्या और उनके परिवार ने उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया तथा सार्वजनिक मंचों पर झूठे और भ्रामक आरोप लगाए। उन्होंने यह भी कहा कि उनके नाम और फोटो का दुरुपयोग कर आपत्तिजनक सामग्री फैलाने के साथ-साथ उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
जातिसूचक टिप्पणी व आत्महत्या के लिए उकसाने का भी आरोप
इसके अलावा, प्रज्ञा राय ने आरोप लगाया कि स्वप्निल मौर्या ने वीडियो बनाकर उनके खिलाफ जातिसूचक टिप्पणियां कीं और उन्हें एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दी। साथ ही, उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से उनकी पारिवारिक प्रतिष्ठा को गहरा आघात पहुंचा है और वह मानसिक तनाव में जी रही हैं।
जांच में जुटी पुलिस
फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए हर पहलू की गहनता से छानबीन की जा रही है।