“आजमगढ़ के शिब्ली कॉलेज में प्राचार्य पर गंभीर आरोपों को लेकर पूर्व छात्र नेताओं ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। कॉलेज की प्रतिष्ठा बचाने और निष्पक्ष जांच की मांग के साथ प्राचार्य के निलंबन की मांग उठी।”
आजमगढ़: शिब्ली नेशनल डिग्री कॉलेज की छवि धूमिल होने से आहत पूर्व छात्र नेताओं ने कॉलेज की प्रतिष्ठा बचाने के लिए मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने वर्तमान प्राचार्य अफसर अली पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके निलंबन और विस्तृत जांच की मांग की है। सोमवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने कॉलेज की गरिमा बनाए रखने का संकल्प दोहराया।
प्राचार्य पर गंभीर आरोप, निष्पक्ष जांच की मांग
पूर्व छात्र नेताओं ने ज्ञापन में प्राचार्य अफसर अली पर अनैतिक, आपराधिक, समाज विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने, महिला सुरक्षा का उल्लंघन, भ्रष्टाचार और वित्तीय गड़बड़ी जैसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इन सभी मामलों की वैधानिक जांच कराने और पूर्व में हुई जांचों को सार्वजनिक करने की मांग की है।
कैफी आजमी महिला छात्रावास प्रकरण से भड़का आक्रोश
कैफी आजमी महिला छात्रावास की घटना को लेकर पूर्व छात्र नेताओं में भारी नाराजगी देखी गई। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो को शर्मनाक और निराशाजनक बताते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि वे अल्लामा शिब्ली की विरासत पर किसी भी तरह का दाग नहीं लगने देंगे।
जिला प्रशासन से बैठक का आश्वासन
ज्ञापन को मुख्य राजस्व अधिकारी ने रिसीव किया और मंगलवार को जिलाधिकारी से वार्ता करने का आश्वासन दिया। इस दौरान पूर्व छात्र नेताओं मोहम्मद नजम शमीम, मिर्जा शाने आलम बेग, सूरज मिश्रा, विमला यादव, अब्दुल्ला शाहजहाँ, काशिफ शाहिद, राविश शेख, कैफ सहित अन्य लोग मौजूद रहे। उन्होंने प्राचार्य के निलंबन, जांच कमेटी के गठन और कॉलेज की प्रतिष्ठा बहाल करने की मांग को दोहराया।
संस्थान की गरिमा बचाने का संकल्प
पूर्व छात्र नेताओं ने स्पष्ट किया कि वे शिब्ली कॉलेज की छवि धूमिल नहीं होने देंगे। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और कॉलेज की गरिमा बचाने के लिए क्या कार्रवाई होती है।
➡️जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की