Explore

Search
Close this search box.

Search

19 December 2024 5:54 pm

लेटेस्ट न्यूज़

पर्याप्त जमीन उपलब्ध होने के बाद भी 11 केवी विद्युत लाइन के समीप छात्रावास देख भडके डीएम

152 पाठकों ने अब तक पढा

नौशाद अली की रिपोर्ट

बलरामपुर जिले में निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा और निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी (डीएम) पवन अग्रवाल ने शनिवार को हरैया सतघरवा विकासखंड का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के निर्माणाधीन छात्रावास और डोरमेट्री का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान निर्माण की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों में कई गंभीर खामियां सामने आईं, जिस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की।

निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल

निरीक्षण के दौरान डीएम ने चिनाई में प्रयोग किए जा रहे ईंटों की गुणवत्ता को लेकर असंतोष जाहिर किया। उन्होंने कार्यदाई संस्था को निर्देश दिया कि निर्माण में इस्तेमाल हो रही समस्त सामग्री की लैब से जांच कराई जाए और इसकी रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत की जाए। निर्माण की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा।

हाईटेंशन लाइन के समीप छात्रावास निर्माण पर फूटा गुस्सा

सबसे बड़ी चिंता का विषय तब सामने आया जब डीएम ने देखा कि छात्रावास भवन का निर्माण 11 केवी की हाईटेंशन बिजली लाइन के बेहद नजदीक किया जा रहा है। इस पर डीएम पवन अग्रवाल ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और इसे विद्यार्थियों के जीवन के लिए खतरा बताया। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि जब भवन के पीछे पर्याप्त जमीन उपलब्ध है, तो फिर बिजली लाइन के समीप छात्रावास क्यों बनाया गया।

जांच के आदेश और कड़ी कार्रवाई के निर्देश

डीएम ने तत्काल एक जांच कमेटी गठित कर इस मामले की विस्तृत जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जांच के आधार पर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

कार्यदाई संस्था को चेतावनी

इसके अलावा डीएम ने कार्यदाई संस्था को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्य को गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा किया जाए। किसी भी प्रकार की कमी या सुरक्षा मानकों की अनदेखी होने पर कठोर कदम उठाए जाएंगे।

डीएम के इस निरीक्षण और सख्त रवैये के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। अधिकारी और कर्मचारी अपनी-अपनी जिम्मेदारियों की समीक्षा करने में जुट गए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही से बचा जा सके।

Leave a comment

लेटेस्ट न्यूज़