“बांदा जिले के ग्राम पंचायत पुकारी में गंदगी की भयावह स्थिति, नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। योगी सरकार के सफाई बजट के बावजूद प्रशासनिक लापरवाही जारी, ग्रामीणों ने तत्काल सफाई व्यवस्था की मांग की।”
बांदा(नरैनी): स्वच्छता अभियान के बावजूद ग्राम पंचायत पुकारी में गंदगी की भयावह स्थिति बनी हुई है। गांव की सड़कों, नालियों और सार्वजनिक स्थलों पर कूड़े के ढेर लगे हैं, जिससे आमजन को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर, नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है, जिससे संक्रमण और प्रदूषण फैलने का खतरा बढ़ गया है।
सरकारी बजट, लेकिन सफाई के नाम पर शून्य कार्यवाही
योगी सरकार द्वारा हर ग्राम पंचायत में होली पर्व के दौरान सफाई व्यवस्था के लिए ₹50,000 खर्च किए जाने की घोषणा की गई थी। बावजूद इसके, ग्राम पंचायत पुकारी में कोई सफाई अभियान नहीं चलाया गया। स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के कारण ग्रामीणों को गंदगी और बीमारियों के बढ़ते खतरे से जूझना पड़ रहा है।
प्रशासन की लापरवाही से बढ़ रहा संक्रमण
गांव की नालियों में कचरे और गंदगी का जमाव है, जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है। विशेष रूप से, रमजान के पवित्र महीने के दौरान भी प्रशासन ने कोई सफाई व्यवस्था नहीं की है, जिससे ग्रामवासियों में रोष है।
ग्रामवासियों की प्रशासन से मांग
ग्रामवासियों ने संबंधित अधिकारियों से तत्काल सफाई अभियान चलाने और लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान का प्रचार किया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। अब देखना यह होगा कि सरकारी दावों और हकीकत के बीच का यह अंतर कब तक बना रहता है।
➡️सोनू करवरिया की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की