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November 23, 2024 12:30 am

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अपना दल ने सपा के PDA का बताया नया अर्थ, अनुप्रिया पटेल के पति आशीष ने जोड़े नए शब्द

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ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

यूपी के कैबिनेट मंत्री और भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के वरिष्ठ नेता आशीष पटेल ने समाजवादी पार्टी (सपा) के पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) फॉर्मूला को छलावा करार देते हुए कहा है कि पीडीए को वास्तव में ताकत देने वाले लोग आज भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ हैं।

इससे पहले सीएम योगी ने पीडीए का मतलब परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी बताया था। आशीष पटेल ने कहा कि उनकी नजर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पीडीए का मतलब कुछ अलग है। इसमें ‘पी’ से पिछड़ों को सपा के लोगों से ‘डी’ से डर लगता है और उनमें सपा के प्रति ‘ए’ अविश्वास है।

उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री पटेल ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि अखिलेश यादव पीडीए की बात तो जरूर कर रहे हैं लेकिन उन्हें यह बताना चाहिए कि उनकी पार्टी को उत्तर प्रदेश में चार बार सरकार बनाने का मौका मिला लेकिन उसने इन वर्गों के विकास के लिए क्या काम किया।

पटेल ने कहा कि सपा पीडीए के लिए किए गए अपने कार्यों का लेखा-जोखा सामने रखे। वास्तविकता यही है कि सपा ने इन वर्गों के लिए कोई काम नहीं किया है। उन्होंने कहा, ”सपा पीडीए का विश्वास खो चुकी है। हमारी नजर में सपा के पीडीए का अर्थ कुछ और ही है। सच्चाई यह है कि पीडीए का ‘पी’ यानी पिछड़े वर्ग के लोगों को अब सपा के लोगों से ‘डी’ से डर लगता है और ‘ए’ का अर्थ यह है कि इन वर्गों को सपा पर अविश्वास है।’’

मूल रूप से पिछड़ों की राजनीति करने वाली पार्टी अपना दल (सोनेलाल) के विधान परिषद सदस्य पटेल ने कहा कि सपा चाहे जितना पीडीए की बात करे लेकिन सच्चाई यह है कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने पीडीए के कल्याण के लिए सही मायनों में काम किया है और इन वर्गों को मजबूत करने वाले लोग आज राजग के साथ मजबूती से खड़े हैं।

उन्होंने कहा कि पीडीए केंद्र की मोदी सरकार के साथ है, जिसने उनकी समस्याओं के निवारण के लिए वास्तव में काम किया है। सपा नेतृत्व के पीडीए-पीडीए कहने से कुछ नहीं होगा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने बयानों में अक्सर कहते हैं कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में पीडीए की बदौलत राजग को हराएंगे।

आगामी लोकसभा चुनाव में अपना दल (सोनेलाल) कितनी सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने की तैयारी कर रही है, इस सवाल पर पटेल ने कहा, ”पिछली बार हम दो सीटों पर चुनाव लड़े थे इस बार हम कितनी सीटें लड़ेंगे, इस बारे में अभी कोई बात नहीं हुई है।’’

पटेल ने कहा, ”जब उत्तर प्रदेश के राजग के सभी सहयोगी दलों के नेता साथ बैठेंगे, उसी समय निर्णय ले लिया जाएगा। हमारे लिए सीटों की संख्या मायने नहीं रखती।” उन्होंने कहा कि अपना दल (सोनेलाल) हर 15 दिन पर बड़े स्तर का एक कार्यक्रम आयोजित करता है, जिसमें आने वाली भीड़ से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पार्टी का प्रभाव बढ़ रहा है और उसका लगातार विस्तार हो रहा है। कोशिश यही है कि राजग को किस तरह इसका फायदा मिले।

पिछले कई चुनावों से अपना दल (सोनेलाल) की सफलता का ग्राफ चढ़ा है ऐसे में क्या वह भाजपा से और अधिक सीटों की अपेक्षा रखती है, इस सवाल पर पटेल ने कहा, ”उनकी पार्टी ने कभी मोलभाव की राजनीति नहीं की है। पार्टी की प्राथमिकता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में तीसरी बार राजग की सरकार बने।”

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी वंचित वर्गों के विकास के लिए और क्या-क्या प्रयास बाकी रह गए हैं और उन्हें कैसे धरातल पर लाना है, इस पर काम कर रही है। आगामी लोकसभा चुनाव में वह पिछड़ों के कल्याण और विकास को और बेहतर ढंग से आगे ले जाने के मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी।

पटेल ने कहा कि वंचित वर्गों को सरकारी नौकरियों के साथ-साथ उनके मूलभूत अधिकारों की रक्षा और बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति कैसे हो, इसके लिए अपना दल लगातार काम कर रहा है। साथ ही आरक्षण से संबंधित विषय तथा केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक कैसे पहुंचा जाए, इस दिशा में प्रयास जारी है।

सपा के सहयोगी रहे राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राजग में शामिल होने की तैयारी के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने कहा, ”राजग में सबका स्वागत है। रालोद के आने से राजग और मजबूत होगा।’’

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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