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November 22, 2024 8:23 pm

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संसद में धुआं के बाद उठ रहे सवाल… आखिर सिरफिरे की नीयति क्या थी?…वीडियो ?देखिए

13 पाठकों ने अब तक पढा

अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

संसद भवन में बुधवार को सुरक्षा में चूक की घटना हुई। लोकसभा की कार्यवाही के दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए। इसके बाद उन्होंने धुआं फैला दिया। घटना के बाद कार्यवाही अचानक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। घटना के तत्काल बाद दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि लोकसभा अपने स्तर पर जांच कर रही है। इस बारे में दिल्ली पुलिस को भी निर्देश दिया गया है। बिरला ने यह भी कहा कि सदन में कूदने वाले दोनों लोगों को पकड़ कर उनके पास से सारी सामग्री जब्त कर ली गई है।

संसद भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे दो लोगों को भी पकड़ा गया है।  वीडियो से समझते हैं आखिर क्या और कैसे हुआ।

अचानक से आया और जंप किया.. फिर सीट पर खड़ा होकर जूता खोला… उसमे से बम जैसा कुछ निकाला और जोर से नीचे पटक दिया, जिससे जोर का आवाज हुआ।

इससे पूरा संसद भवन धुआं-धुआं हो गया।’ ये कहना है कि घटना के वक्त संसद में मौजूद एमपी रमा देवी का। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान हुई इस घटना के दौरान संसद में सांसद रमा देवी भी मौजूद थी, जिन्होंने ये वाक्यां अपनी आंखों के सामने देखा।

एमपी रमा देवी ने सुनाई आंखों देखी

न्यूज 24 के साथ बात करते हुए एमपी रमा देवी ने बताया कि जब संसद में ये घटना हुई तो वो वहीं मौजूद थी। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले उन्होंने खालिस्तान के पन्नू के बारे में अखबार में पढ़ा था कि वो 13 दिसंबर को शहादत दिवस पर संसद में कुछ करने वाला है। उस वक्त हमने सोचा था कि वो सिर्फ बोल रहा है, लेकिन आज वो संसद में कार्यवाही के दौरान कूदा और सीट पर जंप करके चढ़ा और जूता खोला… उसमें से बम जैसा कुछ निकाला और फोड़ दिया। इसके बाद पूरे संसद में धुआं ही धुआं हो गया। अभी भी संसद में पूरा धुआं-धुआं हो रखा है।

22वीं बरसी पर लोकसभा में सुरक्षा चूक

बता दें कि, आज संसद में हुए हमले की 22वीं बरसी है। ऐसे में संसद के लोकसभा में सुरक्षा को लेकर हुई इस चूक ने सबको परेशान कर दिया। 22 साल पहले आज ही के दिन संसद परिसर में दिन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद संगठनों के पांच हथियारों से लैस आतंकवादियों ने संसद परिसर पर हमला कर नौ लोगों की हत्या कर दी थी।

इस बीच खबर है कि जो दो लोग कार्यवाही के दौरान लोकसभा में घुसे, उनमें एक का नाम सागर है। दोनों सांसद के नाम पर लोकसभा विजिटर पास पर आए थे। सांसद दानिश अली ने बताया कि दोनों लोग मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर लोकसभा विजिटर पास से आए थे। 

खबरों की मानें तो शख्स सदन के अंदर कूड़ा और कुछ गैस सरीखे चीज स्प्रे कर रहा था। इनके कूदते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया। सांसद दानिश अली ने कहा कि एकदम से धुआं उठने लगा। सांसदों ने बताया कि सबसे पहले खुद सांसदों ने दोनों लोगों को पकड़ा इसके बाद उन्हें सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया।

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने क्या कहा

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी सदन में सुरक्षा उल्लंघन और हंगामे की घटना पर बयान दिया है कि दो युवक गैलरी से कूद गए और उनके द्वारा कुछ फेंका गया जिससे गैस निकल रही थी। उन्हें सांसदों ने पकड़ लिया और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला। सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। यह निश्चित रूप से सुरक्षा उल्लंघन का बड़ा मामला है क्योंकि आज हम 2001 (संसद हमले) में अपने प्राणों की आहुति देने वाले लोगों की पुण्यतिथि मना रहे हैं।

ओम बिरला ने कहा गहन जांच की जा रही है

लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि यह घटना सदन के शून्यकाल के दौरान हुी और मामले की गहन जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह सिर्फ धुआं था और धुएं के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। लोकसभा की कार्यवाही शुरू की गई है।

समाजवादी पार्टी नेता डिंपल यादव का बयान

समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव ने कहा कि संसद में जो हुआ, उससे यह साबित होता है कि कुछ भी हो सकता है। यह सुरक्षा में बड़ी चूक है। यहां जो भी आते हैं सांसद या रिपोर्टर किसी को टैग नहीं है। केंद्र सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।

संसद पर हमले की बरसी मना रहा देश

अब से 22 साल पहले 13 दिसंबर 2001 को संसद पर आतंकी हमला किया गया था। आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने भारत की संसद पर हमला किया था। इस दौरान 9 लोगों की मौत हो गई थी।

आज ही पीएम मोदी ने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी है और आाज ही के दिन इस तरह से सुरक्षा में चूक ने फिर से आतंकी हमले की यादें ताजा कर दीं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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