इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया: देवरिया जिले के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोला में हुए नरसंहार कांड में उग्र भीड़ ने पहले दुबे एवं उनके परिजनों पर ईंट पत्थरों व डंडों से मारा था। उसके बाद धारदार हथियार से हमला किया था। उसके बाद भी जब सत्य प्रकाश उनकी बेटी सलोनी और बेटा गांधी जिंदा बच गए तो प्रेमचंद यादव के ड्राइवर नवनाथ मिश्र उर्फ पट्टू ने तीनों को राइफल से गोली मार दी थी। अब तक इस मामले में कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पट्टू ने राइफल से चलाई थी गोली
गिरफ्तार पट्टू के मुताबिक सत्य प्रकाश दुबे उनकी बेटी सलोनी और बेटा गांधी की सांसें चल रही थी। इनको जिंदा देख पट्टू ने प्रेमचंद यादव की रायफल से तीनों को गोली मार दी। गोली लगने के बाद इन तीनों की भी मौत हो गई। राइफल की गोली सत्य प्रकाश के सीने पर सलोनी के घुटने पर और गांधी के कमर पर लगी थी।
सत्य प्रकाश के दरवाजे पर काफी देर तक भीड़ का तांडव चलता रहा। उसके बाद जब पुलिस पहुंची तो भीड़ धीरे-धीरे हटने लगी। जिस राइफल से गोली मारी थी वह रायफल प्रेमचंद यादव के नाम है। सत्य प्रकाश के दरवाजे पर राइफल प्रेमचंद के रिश्तेदार गोलू व संदीप ले गए थे। जहां संदीप से राइफल लेकर उसने गोली चलाई थी।
2 अक्टूबर को फतेहपुर गांव में हुई थी 6 हत्याएं
बीते 2 अक्टूबर को रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोला में जमीनी विवाद को लेकर जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर हो गई। इसके प्रतिशोध में प्रेमचंद के परिजनों एवं समर्थकों ने सत्य प्रकाश दुबे उनकी पत्नी दो बेटियां व एक बेटे समेत पांच लोगों की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी।
इस घटना में दोनों पक्षों से 33 नामजद और 50 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। इनमें से 16 नामजद और चार अज्ञात अभियुक्तों को पुलिस ने दो दिन पूर्व गिरफ्तार कर लिया था। शुक्रवार को नवनाथ मिश्र उर्फ पट्टू भी पुलिस के हाथ लग गया। पट्टू भी घटना में नामजद अभियुक्त है। वह प्रेमचंद की गाड़ी चलाता था और उनका गनर भी था।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया की घटना के हर बिंदुओं की बड़ी बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस की टीमें फरार अभियुक्त को गिरफ्तार करने में जुटीं हैं।
Author: samachar
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