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November 23, 2024 2:05 am

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राज० मेडिकल कालेज बांदा में मनाया गया “वीरांगना रानी” “दुर्गावती” का आत्म बलिदान दिवस

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आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट

बांदा।  “मौसम” की “बेरुखी” के बावजूद भी राजकीय रानी दुर्गावती “मेडिकल कॉलेज बांदा” में जोशोखरोश के साथ भारी संख्या में “स्नेही” “जनों” ने उपस्थित होकर वीरांगना रानी दुर्गावती के आत्म “बलिदान दिवस” के तौर पर मनाये जा रहे “सम्मान समारोह” में उपस्थित होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया।
सर्वप्रथम इस कार्यक्रम की शुरुआत में सभी “अतिथियों” का बैज अलंकरण किया गया और उन्हें “स्मृति चिन्ह” प्रदान किये गये।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि “डाॅशबानारफीक” ने रानी दुर्गावती के आत्म बलिदान की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी वीर महिलाएँ “इतिहास” में यदा कदा ही जन्म लेतीं हैं और आज के समाज को रानी दुर्गावती की दृढ़ “इच्छाशक्ति” तथा “बुलंद” हौसलों से सबक सीखना चाहिए।

कार्यक्रम कीअध्यक्षता करते हुए ज्योत्सनापुरवार ने रानी दुर्गावती के आत्म बलिदान की “भूरि भूरि” “प्रशंसा” करते हुए कहा कि हमारा इतिहास बहुत समृद्ध है। भारत के इतिहास के निर्माण में “नारियों का योगदान” अमूल्य है, उनका शौर्य और “साहस” हमारी धरोहर है। हमें अपनी इस धरोहर और “विरासत” को सहेज कर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती का इतिहास “पाठ्यक्रमों” में शामिल किया जाना चाहिए।

वरिष्ठ कवि जवाहरलाल जलज ने भावभीनी “श्रद्धांजलि” अर्पित करते हुए रानी दुर्गावती के आत्म बलिदान को विश्व की “अनमोल थाथी” बताया।

मुक्ति चक्र पत्रिका के संपादक “गोपाल गोयल” ने अपना मुद्रित “आलेख” वितरित किया और अपने संबोधन में कहा कि विश्व इतिहास में रानी दुर्गावती जैसी वीरांगना”अतुलनीय” है और “वंदनीय” है।
वक्ताओं में ममता मिश्रा, छाया सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर रश्मि गुप्ता निशा द्वारा “सांस्कृतिक कार्यक्रम” भी हुआ। उनके सफल निर्देशन में”नन्हेमुन्ने” बच्चों ने स्वागत “नृत्य” एवं रानी दुर्गावती पर केंद्रित एक नाटक प्रस्तुत किया। इन मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखकर दर्शकों की “तालियों” की गड़गडाहट से प्रेक्षागृह गूँज उठा।

अशोक त्रिपाठी जीतू ने बताया कि आगामी 15 अक्तूबर को रानी दुर्गावती का 500 वाँ जन्मदिन बहुत धूमधाम से मनाया जाएगा और भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल को “आमंत्रित” किया जा रहा है।

अंत में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डाॅ सुनील कुमार कौशल ने सभी आगन्तुकों का ह्रदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि रानी दुर्गावती का जन्मदिन और बलिदान दिवस अब से कालेज के कार्यक्रमों में “स्थायी रूप” से शामिल किया जा रहा है और “हर वर्ष” ये आयोजन मेडिकल कॉलेज में संपन्न होंगें।

कार्यक्रम में पूर्व प्रधानाचार्य बाबूलाल गुप्ता, नम्रता अग्रवाल तथा जी० जी० आई० सी० की प्रधानाचार्या बीना गुप्ता, अरुण पुरवार एडवोकेट आदि सभी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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