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November 23, 2024 10:45 am

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नकली आईएएस अधिकारी के कारनामे सुन कर पुलिस तो चकरा ही गई आपके भी मुंह खुले रह जाएंगे….

14 पाठकों ने अब तक पढा

ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट 

आगरा: आगरा पुलिस ने बुधवार को एक फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। खुद को आईएएस ऑफिसर कहने वाले फर्जी अधिकारी ने एक महिला से 14 लाख की ठगी भी की है। आरोपी ने महिला को बाल विकास एवं महिला कल्याण में टेंडर दिलाने का झांसा दिया था। आरोप है कि जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो आरोपी धमकियां देने लगा। महिला की शिकायत पर चार महीने बाद फर्जी आईएएस अधिकारी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। आरोपी के पास आईएएस का फर्जी आईडी कार्ड भी बरामद हुआ है।

आगरा के विभव नगर की रहने वाली इंद्रेश बालियान ने बताया कि गाजियाबाद की नीतू राणा ने उन्हें टेंडर दिलवाने के लिए संपर्क किया था। नीतू ने उन्हें बताया कि एक आईएएस अधिकारी है जो तुम्हारी बेटी को काम दिलवा देगा और बैठे-बैठे पैसा कमाओगे। नीतू से इंद्रेश के 25 से 30 साल पुराने संबंध थे। जिसके चलते इंद्रेश ने उस पर भरोसा कर लिया। पैसे देने के लिए नीतू ने फर्जी आईएएस अधिकारी को मोबाइल नंबर दे दिया। इसके बाद वह आगरा आकर इंद्रेश के घर से 6 लाख नकद और 4-4 लाख के दो चेक ले गया। शक होने पर उन्होंने चेक तत्काल कैंसल करा दिए। बाकी के पैसे मांगे तो धमकियां देने लगा।

किराए की टैक्सी में आया था फर्जी ऑफिसर

इंद्रेश ने बताया कि 10 अक्टूबर को फर्जी आईएएस अधिकारी पंकज राव पुत्र नारायण राव पठानपुरा रामनगर, सहारनपुर उसके घर पर आया था। नीतू के कहने पर इंद्रेश ने उसे रुपये और चेक दे दिए, लेकिन जब उन्होंने बाहर देखा तो वह एक किराए टैक्सी में आया था। इसे देखकर इंद्रेश और उसकी बेटी को शक हो गया। उन्होंने पंकज से कहा कि आप तो इतने बड़े अधिकारी हैं और किराए की टैक्सी में आए हैं तो उसने कहा कि वह सरकारी गाड़ी से किसी के घर नहीं जाता है। उसने बताया कि लोक निर्माण विभाग में संयुक्त सचिव है। कई लोगों को उसने टेंडर दिलवाए हैं। आपको भी दिलवा मिल जाएगा। इंद्रेश को उसने अपना आईएएस अधिकारी फर्जी आईडी कार्ड भी दिखाया।

दो-दो थे आधार कार्ड

अपने आपको आईएएस अधिकारी बताने वाला पंकज राव ने दो अलग-अलग नाम से आईडी प्रुफ बना लिए थे। पुलिस को आरोपी के पास से पंकज गुप्ता पुत्र नारायण गुप्ता जय भूतनाथ वाली गली पठानपुरा रामनगर, सहारनपुर और पंकज राव के नाम से दो आधार कार्ड, पैन कार्ड मिले हैं। इसके अलावा आईएएस अधिकारी संयुक्त सचिव लोक निर्माण विभाग नाम से फर्जी आईडी कार्ड मिला है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

नीतू पुलिस की पकड़ से दूर

इंद्रेश ने बताया कि उसके पति अशोक कुमार की दो साल पूर्व कोरोना में मौत हो गई थी। 25 साल पहले वे गाजियाबाद में रहते थे। नीतू राणा के पति अनिल राणा उसके पति के मित्र थे। इसलिए उन्होंने नीतू की बातों में आकर रुपये दे दिए थे। इंद्रेश का कहना है कि अपनी शिकायत में उन्होंने नीतू राणा को नामजद किया है, लेकिन पुलिस ने उसे नहीं पकड़ा है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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