राकेश तिवारी की रिपोर्ट
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव जीतने के बाद बीजेपी की नजर अब रामपुर विधानसभा सीट पर है। इस सीट पर होने जा रहे उपचुनाव को जीतने के लिए पार्टी पूरा जोर लगा रही है। अगर भारतीय जनता पार्टी यह सीट भी जीतने में कामयाब हो जाती है तो वह उस क्षेत्र में अपना कब्जा जमा लेगी, जिसे कभी सपा का किला माना जाता था।
सपा नेता आजम खान की विधानसभा की सदस्यता जाने के बाद रामपुर सीट खाली हो गई है। 2019 में चुनाव प्रचार के दौरान भाषण में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का दोषी पाए जाने के बाद आजम की विधायिकी चली गई थी, जिसके बाद यहां चुनाव हो रहा है। यह सीट आजम का गढ़ मानी जाती है।
हालांकि, रामपुर लोकसभा उपचुनाव में आजम की जी-तोड़ मेहनत के बाद भी वे अपने करीबी आसीम रजा को जीत नहीं दिलवा पाए थे। अब विधानसभा चुनाव में भी आसीम को ही उम्मीदवार बनाया गया है।
वहीं, बीजेपी पसमांदा मुसलमानों का समर्थन हासिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। 5 दिसंबर को होने वाले चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी आकाश सक्सेना और आसीम रजा के बीच मुकाबला है क्योंकि कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव से दूरी बनाई हुई है। आकाश मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में आजम खान से हार गए थे। वहीं, आजम खान के खिलाफ जो मुकदमें दर्ज हुए थे, उनमें से कई में आकाश सक्सेना शिकायतकर्ता भी हैं।
पार्टी रामुपर लोकसभा उपचुनाव जीतने के बाद फिर से यहां जीत दर्ज करने को लेकर आशवस्त नजर आ रही है। पार्टी को लगता है कि आजम की लोकप्रियता फीकी पड़ गई है और उन्हें अब पहले की तरह रामपुर की जनता का समर्थन नहीं है। एक बीजेपी नेता ने कहा, “लोग देख रहे हैं कि वह किस तरह के व्यक्ति हैं। जिस तरह से उन्होंने अपने निजी लाभ के लिए रामपुर के लोगों को धोखा दिया है, वह शर्मनाक है और लोगों ने ये सब देखा है।”
आकाश सक्सेना ने कहा, “सपा ने उन सब क्षेत्रों को खो दिया है, जिन्हें पार्टी का गढ़ माना जाता था। आजमगढ़, कन्नौज और यहां तक कि रामपुर लोकसभा सीट इसका उदाहरण है। मुझे यहां जीत का पूरा भरोसा है। हम पसमांदा समुदाय पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं क्योंकि अतीत में उनकी उपेक्षा की गई है। हम उन्हें बता रहे हैं कि हम निर्वाचन क्षेत्र में समुदाय की आबादी के आधार पर अपने वादों को पूरा करेंगे।”
उपचुनाव के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी सूर्य प्रकाश पाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक जल्द ही निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार कर सकते हैं। वहीं, सपा का मानना है कि आजम खान की लोकप्रियका क्षेत्र में बरकरार है। हालांकि, रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा यहां कोई कमाल नहीं दिखा पाई थी।
Author: samachar
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