google.com, pub-2721071185451024, DIRECT, f08c47fec0942fa0
जम्मूजम्मू कश्मीर

एक घर, छह जिंदगियों का लगातार बारह दिनों तक मौत के मुंह में समाते जाना…पढ़िए खौफनाक हादसे की दर्दनाक कहानी 

IMG-20250425-WA1484(1)
IMG-20250425-WA0826
IMG-20250502-WA0000
Light Blue Modern Hospital Brochure_20250505_010416_0000
IMG_COM_202505222101103700

अरमान अली की रिपोर्ट 

जम्मू : जम्मू के सिद्दड़ा क्षेत्र का पाश इलाका तवी विहार कालोनी में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत की गुत्थी सुलझी-अनसुलझी सी है। सबूत-गवाह तो मिल गए हैं, लेकिन सवाल और जवाब की कई कड़ियां एक-दूसरे से ठीक से जुड़ नहीं पा रही हैं।

पुलिस ने मामला सुलझाने का दावा करते हुए अपनी तरफ से कार्रवाई पूरी कर दी है। आत्महत्या की वजह तनाव, बीमारी और आर्थिक तंगी से उत्पन्न अवसाद को बताया है, लेकिन सकीना के परिवार सहित जम्मू के लोग इस संदिग्ध कहानी पर भरोसा करने को तैयार नहीं हैं। सभी के मन में एक ही सवाल है कि छह लोग बारह दिन तक तिल-तिल मरते हुए कैसे अपनी आत्महत्या को अंजाम दे सकते हैं?

श्रीनगर के बरजूला का रहने वाला 50 वर्षीय नूर उल हबीब काफी समय से जम्मू में ही रह रहा था। नूर अविवाहित और कैंसर से पीड़ित था। उसके घर के सामने वाली लेन में रहने वाली 60 वर्षीय सकीना उसके घर पर काम करती थी। सकीना की 32 वर्षीय बेटी नसीमा अख्तर, 30 वर्षीय रूबीना, 25 वर्षीय बेटा सलीम जाफर और बड़ी बेटी जरीफा का 18 वर्षीय दिव्यांग बेटा सज्जाद साथ में रहते थे। सकीना आर्थिक रूप से कमजोर थी और वह नूर के घर पर काम कर अपना परिवार चलाती थी।

इसे भी पढें  "कश्मीर फाइल्स" न्याय से जुड़ा प्रश्न, बाहर आए गुम आवाज के दस्तावेज

एसएसपी जम्मू चंदन कोहली ने बताया पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार ड्रग के ओवरडोज या किसी जहरीले द्रव्य से मौत हुई है। सबसे पहले रूबीना और सलीम जाफर की मौत हुई। उसके बाद सकीना और उसकी बेटी नसीमा की मौत हुई। आखिरी में नूर और सज्जाद ने आत्महत्या की। आत्महत्या एक ही तरीके से की गई है।

पुलिस के अनुसार पूरी साजिश के केंद्र में नूर ही था। यह बात भी सामने आ रही है कि सलीम जाफर और रूबीना को आत्महत्या की योजना के बारे में नहीं पता था।

खोदे गड्ढे ने खोली राह: कोहली

जम्मू के एसएसपी चंदन कोहली बताते हैं कि एक बार लगा कि सभी रास्ते बंद हैं, पर मृतकों के हाथों में लगी कैनुला किट ने एक राह दिखा दी। साफ है कि मरने से पहले इनको सैलाइन के जरिये कोई ड्रग या फिर जहरीला द्रव्य पदार्थ दिया गया। इसके अलावा सभी लोगों ने मरने से पहले डायपर पहने थे। साथ ही सकीना के मकान में पांच फीट का गड्ढा खोदा गया था। पुलिस ने कैनुला लगाने वाले और गड्ढा खोदने वाले की तलाश शुरू कर दी। नूर के फोन से प्लंबर विजय कुमार का नंबर मिला। उससे ही सारा मामला खुल गया।

इसे भी पढें  आतंक और खौफ की ऐसी कहानी लिख दी इस शख्स ने कि सुनकर दिल दहल जाएगा

कुछ सवाल अभी बाकी

आत्महत्या के लिए इतना लंबा और पेचीदा तरीका क्यों चुना गया?

अगर सबको आत्महत्या ही करनी थी, शव दबाने को गड्ढा क्यों खोदा गया?

आर्थिक तंगी थी, तो प्लंबर को ढाई लाख रुपये कहां से दिए?

सकीना व नूर सहित परिवार के अन्य सदस्यों और बड़ी बेटी जरीफा, उसका दूसरा पति अब्दुल रहमान के बीच में जमीन और आपसी रिश्तों को लेकर विवाद था। एक-दूसरे के खिलाफ आरोप भी लगाए थे।

91 पाठकों ने अब तक पढा
samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

[embedyt] https://www.youtube.com/embed?listType=playlist&list=UU7V4PbrEu9I94AdP4JOd2ug&layout=gallery[/embedyt]
Tags

samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की
Back to top button
Close
Close