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November 23, 2024 2:06 am

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एक घर, छह जिंदगियों का लगातार बारह दिनों तक मौत के मुंह में समाते जाना…पढ़िए खौफनाक हादसे की दर्दनाक कहानी 

16 पाठकों ने अब तक पढा

अरमान अली की रिपोर्ट 

जम्मू : जम्मू के सिद्दड़ा क्षेत्र का पाश इलाका तवी विहार कालोनी में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत की गुत्थी सुलझी-अनसुलझी सी है। सबूत-गवाह तो मिल गए हैं, लेकिन सवाल और जवाब की कई कड़ियां एक-दूसरे से ठीक से जुड़ नहीं पा रही हैं।

पुलिस ने मामला सुलझाने का दावा करते हुए अपनी तरफ से कार्रवाई पूरी कर दी है। आत्महत्या की वजह तनाव, बीमारी और आर्थिक तंगी से उत्पन्न अवसाद को बताया है, लेकिन सकीना के परिवार सहित जम्मू के लोग इस संदिग्ध कहानी पर भरोसा करने को तैयार नहीं हैं। सभी के मन में एक ही सवाल है कि छह लोग बारह दिन तक तिल-तिल मरते हुए कैसे अपनी आत्महत्या को अंजाम दे सकते हैं?

श्रीनगर के बरजूला का रहने वाला 50 वर्षीय नूर उल हबीब काफी समय से जम्मू में ही रह रहा था। नूर अविवाहित और कैंसर से पीड़ित था। उसके घर के सामने वाली लेन में रहने वाली 60 वर्षीय सकीना उसके घर पर काम करती थी। सकीना की 32 वर्षीय बेटी नसीमा अख्तर, 30 वर्षीय रूबीना, 25 वर्षीय बेटा सलीम जाफर और बड़ी बेटी जरीफा का 18 वर्षीय दिव्यांग बेटा सज्जाद साथ में रहते थे। सकीना आर्थिक रूप से कमजोर थी और वह नूर के घर पर काम कर अपना परिवार चलाती थी।

एसएसपी जम्मू चंदन कोहली ने बताया पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार ड्रग के ओवरडोज या किसी जहरीले द्रव्य से मौत हुई है। सबसे पहले रूबीना और सलीम जाफर की मौत हुई। उसके बाद सकीना और उसकी बेटी नसीमा की मौत हुई। आखिरी में नूर और सज्जाद ने आत्महत्या की। आत्महत्या एक ही तरीके से की गई है।

पुलिस के अनुसार पूरी साजिश के केंद्र में नूर ही था। यह बात भी सामने आ रही है कि सलीम जाफर और रूबीना को आत्महत्या की योजना के बारे में नहीं पता था।

खोदे गड्ढे ने खोली राह: कोहली

जम्मू के एसएसपी चंदन कोहली बताते हैं कि एक बार लगा कि सभी रास्ते बंद हैं, पर मृतकों के हाथों में लगी कैनुला किट ने एक राह दिखा दी। साफ है कि मरने से पहले इनको सैलाइन के जरिये कोई ड्रग या फिर जहरीला द्रव्य पदार्थ दिया गया। इसके अलावा सभी लोगों ने मरने से पहले डायपर पहने थे। साथ ही सकीना के मकान में पांच फीट का गड्ढा खोदा गया था। पुलिस ने कैनुला लगाने वाले और गड्ढा खोदने वाले की तलाश शुरू कर दी। नूर के फोन से प्लंबर विजय कुमार का नंबर मिला। उससे ही सारा मामला खुल गया।

कुछ सवाल अभी बाकी

आत्महत्या के लिए इतना लंबा और पेचीदा तरीका क्यों चुना गया?

अगर सबको आत्महत्या ही करनी थी, शव दबाने को गड्ढा क्यों खोदा गया?

आर्थिक तंगी थी, तो प्लंबर को ढाई लाख रुपये कहां से दिए?

सकीना व नूर सहित परिवार के अन्य सदस्यों और बड़ी बेटी जरीफा, उसका दूसरा पति अब्दुल रहमान के बीच में जमीन और आपसी रिश्तों को लेकर विवाद था। एक-दूसरे के खिलाफ आरोप भी लगाए थे।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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