अरमान अली की रिपोर्ट
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज, 25 सितंबर को मतदान समाप्त हो चुका है। इस चरण में राज्य के छह जिलों की 26 सीटों पर वोट डाले गए। इनमें कश्मीर घाटी की 15 सीटें और जम्मू संभाग की 11 सीटें शामिल थीं। मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक चला। चुनाव आयोग के अनुसार, 26 सीटों पर मतदान के पहले 8 घंटों में शाम 5 बजे तक 54 प्रतिशत मतदान हुआ था।
मतदान का प्रतिशत जिलों के हिसाब से भिन्न रहा। जम्मू संभाग के रियासी जिले में सबसे अधिक 71.81 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जबकि पुंछ जिले में दोपहर 3 बजे तक 71.59 प्रतिशत मतदान हुआ। दूसरी ओर, कश्मीर घाटी के श्रीनगर जिले में सबसे कम मतदान हुआ, जहां शाम 5 बजे तक मात्र 27.31 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। खासतौर पर श्रीनगर के हब्बाकदल क्षेत्र में केवल 11.1 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि खानयार सीट पर दोपहर 1 बजे तक लगभग 16.07 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर मतदाताओं से अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र को मजबूत करने का आह्वान किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जनता से आतंकवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार से मुक्त जम्मू-कश्मीर के निर्माण के लिए अधिक से अधिक मतदान करने की अपील की।
भारत के चुनाव आयोग के अनुसार, इस चरण में छह जिलों के 2.5 मिलियन (25 लाख) मतदाता मतदान करने के पात्र थे। मतदान कर रहे छह जिलों में से तीन कश्मीर घाटी में और तीन जम्मू संभाग में स्थित हैं।
यह विधानसभा चुनाव जम्मू-कश्मीर में छह वर्षों से अधिक समय के बाद हो रहे हैं, जब केंद्र सरकार के शासन के तहत राज्य का प्रशासन चलाया जा रहा था। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव भी है।
कश्मीर संभाग के जिन जिलों में मतदान हुआ उनमें गंदेरबल, श्रीनगर और बडगाम शामिल हैं, जबकि जम्मू संभाग के रियासी, राजौरी और पुंछ जिलों में भी आज वोट डाले गए। इनमें से कुछ जिले हाल के दिनों में आतंकवादी घटनाओं के साक्षी रहे हैं, जो सुरक्षा के लिहाज से चुनौतियां पेश कर रहे थे।
कश्मीर घाटी की जिन 15 सीटों पर आज मतदान हुआ, उनमें कंगन, गंदेरबल, हजरतबल, खानयार, हब्बाकदल, लाल चौक, चन्नपोरा, जदीबल, ईदगाह, सेंट्रल शाल्टेंग, बडगाम, बीरवाह, खानसाहिब, चरार-ए-शरीफ और चदूरा शामिल हैं।
वहीं, जम्मू संभाग की 11 सीटों पर भी आज मतदान हुआ, जिनमें गुलाबगढ़, रियासी, श्री माता वैष्णो देवी, कालाकोट-सुंदरबनी, नौशेरा, राजौरी, बुद्धल, थन्नामंडी, सुरनकोट, पुंछ हवेली और मेंढर सीटें शामिल हैं।क
अगले और अंतिम चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा, जबकि मतगणना 8 अक्टूबर को निर्धारित है। यह चुनाव जम्मू-कश्मीर के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, क्योंकि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद यह पहला अवसर है जब राज्य की जनता अपनी विधानसभा के लिए मतदान कर रही है।
Author: samachar
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