आज़मगढ़ में भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में एक राष्ट्र एक चुनाव की अवधारणा पर चर्चा की गई। जिला अध्यक्ष ध्रुव कुमार सिंह ने इस नीति के फायदे बताए, जिससे विकास कार्यों को गति मिलेगी और संसाधनों का सही उपयोग होगा।
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश: भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने बेलइसा स्थित एक विद्यालय के सभागार में सदर विधानसभा के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण समागम आयोजित किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 121वें ‘मन की बात’ कार्यक्रम को जिले के पदाधिकारियों, मंडल पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर सुना। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष आज़मगढ़ सदर ध्रुव कुमार सिंह, कार्यक्रम संयोजक पवन सिंह मुन्ना और सह संयोजक विनय प्रकाश गुप्ता भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष ध्रुव कुमार सिंह ने “एक राष्ट्र एक चुनाव” की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता के बाद 1967 तक हमारे देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ होते थे, जिससे चुनी हुई सरकार को पांच साल तक uninterrupted विकास कार्य करने का अवसर मिलता था। लेकिन 1967 के बाद सरकारों के समय से पूर्व गिरने और राष्ट्रपति शासन लागू होने के कारण यह परंपरा टूट गई। आज, प्रत्येक वर्ष कहीं न कहीं चुनाव होते रहते हैं, जिससे विकास कार्यों में रुकावट आती है और सरकार पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ भी बढ़ता है।
ध्रुव कुमार सिंह ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ का संकल्प लिया था, और अब इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस नीति से न केवल जनसाधारण के टैक्स का पैसा बचाएगा, बल्कि विकास कार्यों को भी गति मिलेगी।”
कार्यक्रम में भाजपा के कई महत्वपूर्ण कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी उपस्थित थे, जिनमें अखिलेश मिश्रा, गुड्डू, घनश्याम पटेल, डॉ. श्याम नारायण सिंह, सचिदानंद सिंह, हरिवंश मिश्रा, पवन सिंह मुन्ना, यशवंत सिंह, और कई अन्य नाम शामिल हैं।
समागम के अंत में यह आह्वान किया गया कि “एक राष्ट्र एक चुनाव” की नीति के फायदे जनता तक पहुंचाने के लिए हमें स्वयं इस विषय में जनजागरूकता अभियान चलाना होगा, ताकि भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में यह कदम सफल हो सके।