संत निरंकारी मिशन द्वारा आयोजित मानव एकता दिवस के अवसर पर आजमगढ़ सहित देशभर में विशाल रक्तदान शिविर आयोजित किए गए। आजमगढ़ में 329 यूनिट रक्तदान, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 30,000 यूनिट से अधिक रक्त एकत्रित हुआ। यह अभियान प्रेम, सेवा और मानव एकता का प्रेरक प्रतीक बना।
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। हरबंशपुर स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में आयोजित मानव एकता दिवस पर एक विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 329 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। यह शिविर आजमगढ़ मंडलीय चिकित्सालय के ब्लड बैंक की विशेषज्ञ टीम की निगरानी में संपन्न हुआ।
मीडिया सहायक डॉ. बीरेन्द्र कुमार सरोज ने जानकारी दी कि मानव एकता दिवस संत निरंकारी मिशन द्वारा हर वर्ष 24 अप्रैल को युगदृष्टा बाबा गुरबचन सिंह जी की पुण्य स्मृति में आयोजित किया जाता है। यह दिन न केवल श्रद्धांजलि का प्रतीक है, बल्कि निष्काम सेवा, प्रेम, सौहार्द और आध्यात्मिक एकता का संदेश भी देता है।
इस वर्ष, मिशन द्वारा भारत की 500 से अधिक शाखाओं पर एक साथ रक्तदान शिविर आयोजित किए गए, जिनमें से दिल्ली के बुराड़ी स्थित ग्राउंड नंबर 8 में विशेष शिविर का आयोजन हुआ।
संत निरंकारी हेल्थ सिटी की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. गीतिका दुग्गल के अनुसार, देशभर में आयोजित इन शिविरों में कुल 30,000 यूनिट से अधिक रक्त एकत्रित किया गया।
दिल्ली के एम्स, आरएमएल, जीटीबी, सफदरजंग, डी.डी.यू., एल.एन.जेपी., और हिंदू राव जैसे प्रतिष्ठित अस्पतालों की टीमें इस महायज्ञ में सहभागी बनीं।
रक्तदाताओं के लिए स्वास्थ्य जांच, स्वच्छता और उत्तम जलपान की व्यवस्था ने इस आयोजन को पूर्णता दी, जिससे सेवा को गरिमा और संतुलन प्राप्त हुआ।
बाबा हरदेव सिंह जी द्वारा दिया गया अमर संदेश – “रक्त नाड़ियों में बहे, नालियों में नहीं” – आज भी हर निरंकारी के हृदय में सेवा और समर्पण की प्रेरक ज्योति के रूप में जलता है।
इस पावन दिवस पर संत निरंकारी मिशन ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि सेवा केवल कार्य नहीं, बल्कि आत्मिक समर्पण की संजीवनी है। यह दिन चाचा प्रताप सिंह जी सहित उन समर्पित संतों की पुण्य स्मृति को समर्पित है, जिन्होंने मानव एकता, सेवा और आध्यात्मिक चेतना के पथ पर चलकर जीवन को मानवता के लिए समर्पित कर दिया।
मानव एकता दिवस केवल एक तिथि नहीं, बल्कि एक ऐसा जागरण है, जो समाज को जोड़ता है – प्रेम, करुणा और आत्मिक एकता के अमर सूत्र में। संत निरंकारी मिशन अपने सेवा-समर्पण के पथ पर यूं ही मानवता का दीप प्रज्वलित करता रहेगा।