
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में आजमगढ़ में व्यापारियों और सामाजिक संगठनों के आह्वान पर शुक्रवार को बाजार पूर्णतः बंद रहा। लोगों ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई।
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़, उत्तर प्रदेश। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। खासकर इस घटना में धर्म पूछकर पर्यटकों की की गई हत्या से आमजन में गहरा आक्रोश देखा जा रहा है। इसी क्रम में आजमगढ़ नगर में हिंदू संगठनों, समाजसेवियों और व्यापारिक संगठनों ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को पूर्ण बाजार बंद का आह्वान किया।
उल्लेखनीय है कि यह निर्णय सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक रूप से साझा किया गया, जिसे आम जनता का भी भरपूर समर्थन मिला। लोगों ने सोशल मीडिया पर कमेंट कर बाजार बंद करने की स्वेच्छा से घोषणा की और पाकिस्तान को कठोर सबक सिखाने की मांग भी की।
इसी संदर्भ में गांधी गिरी टीम के सचिव विवेक पांडेय ने अपने पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी कि पहलगाम में हुई अमानवीय हिंसा के विरोध में आजमगढ़ की समस्त दुकानें बंद रहेंगी। इसके साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता विनीत सिंह रिशू, श्रीकृष्ण सिंह व मनीष कृष्णा समेत कई पदाधिकारियों ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान के विरुद्ध कड़े कदम उठाने की मांग की।
साथ ही यह भी उल्लेखनीय है कि सामाजिक और व्यापारिक संगठनों ने इस बंद को सफल बनाने की अपील करते हुए नागरिकों से आग्रह किया कि वे पुरानी कोतवाली पर प्रातः 10 बजे उपस्थित हों। वहाँ आतंकवाद का पुतला दहन किया गया और श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय एकजुटता आज भी सशक्त रूप में मौजूद है और देशवासी धर्म के नाम पर की गई हिंसा को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।