
चित्रकूट जनपद के थाना सरधुआ क्षेत्र अंतर्गत भदेद गांव में शनिवार को भीषण अग्निकांड की घटना सामने आई। अचानक लगी आग ने गांव के 31 घरों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गई और केवल एक गौवंश की मृत्यु हुई है।
प्रशासन की तत्परता से टली बड़ी जनहानि
घटना की जानकारी मिलते ही जिला अधिकारी (डीएम), पुलिस अधीक्षक (एसपी) एवं अपर पुलिस अधीक्षक (एडीएसपी) तत्काल मौके पर पहुंच गए। इसके अलावा राजापुर, पहाड़ी और सरधुआ थानों की पुलिस बल भी सक्रिय रही। अग्निशमन की गंभीरता को देखते हुए फायर स्टेशन राजापुर, कर्वी, मऊ, मानिकपुर, चित्रकूट पश्चिम, शरीरा (कौशांबी), अतर्रा (बांदा) सहित विभिन्न स्थानों से फायर टैंकर बुलाए गए।
आग पर पाया गया नियंत्रण
संयुक्त प्रयासों से कुछ ही घंटों में आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। इस बीच, प्रशासन द्वारा राहत कार्य भी शुरू कर दिए गए। एसडीएम राजापुर और तहसीलदार की अगुवाई में पीड़ित परिवारों के लिए भोजन एवं आवास की समुचित व्यवस्था की गई है। साथ ही, तहसील की टीम अन्य आवश्यक राहत कार्यों में भी जुटी हुई है।
डीएम-एसपी ने किया कैंप
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीएम और एसपी ने मौके पर ही कैंप किया और राहत कार्यों की निगरानी की। प्रशासन की तत्परता और समन्वित प्रयासों के चलते बड़ी जनहानि टल गई।
इस भीषण अग्निकांड ने एक बार फिर आपदा प्रबंधन की आवश्यकता और प्रशासनिक सक्रियता की महत्ता को उजागर किया है। समय पर हुई कार्रवाई ने इस हादसे को और भयावह बनने से रोक लिया।
➡️चित्रकूट से राधेश्याम प्रजापति की रिपोर्ट