सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
चित्रकूट की सुरभि गौशाला में गौ रक्षा को समर्पित सोनू करवरिया की उपस्थिति में गौ एंबुलेंस सेवा की शुरुआत। बीमार और घायल गायों के त्वरित उपचार हेतु यह सेवा होगी मील का पत्थर।
गौ सेवा को समर्पित प्रयासों की श्रृंखला में एक और ऐतिहासिक कदम जोड़ते हुए, चित्रकूट स्थित सुरभि गौशाला में आज गौ एंबुलेंस सेवा का भव्य शुभारंभ किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर गौ रक्षा की प्रेरणास्रोत हस्ती श्री सोनू करवरिया विशेष रूप से कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
भव्य स्वागत और सेवा भाव की मिसाल
कार्यक्रम की शुरुआत में गौशाला समिति ने श्री करवरिया जी का पारंपरिक पटका पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने गौशाला में चल रही चिकित्सा सेवाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बीमार व घायल गौ माताओं की सेवा हेतु आवश्यक औषधियां, रुई, पट्टियाँ एवं अन्य प्राथमिक उपचार सामग्री उपलब्ध करवाई।
इस अवसर पर समिति के सदस्यों एवं उपस्थित श्रद्धालुओं ने श्री करवरिया के इस योगदान को अत्यंत सार्थक और प्रेरणादायक बताया। सभी ने मिलकर गौ एंबुलेंस सेवा को एक क्रांतिकारी पहल बताया, जो क्षेत्र की गौ माताओं के जीवन में बदलाव लाने की क्षमता रखती है।
श्री करवरिया का संबोधन: “गौ सेवा मेरा धर्म है“
कार्यक्रम के समापन पर अपने उद्बोधन में श्री करवरिया ने भावुक स्वर में कहा—
“गौ सेवा मेरा धर्म है। जहां भी गौ माता पीड़ा में हो, वहां सेवा पहुंचाना हमारा कर्तव्य है। इस एंबुलेंस के माध्यम से हम घायल एवं बीमार गौ माताओं को शीघ्र उपचार उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे।”
उन्होंने यह भी बताया कि यह सेवा न केवल चित्रकूट जिले में, बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी सक्रिय रूप से कार्य करेगी।
भविष्य की दृष्टि
गौशाला प्रबंधन ने आशा जताई कि यह एंबुलेंस सेवा आने वाले समय में असंख्य गौ माताओं के लिए जीवनदायिनी सिद्ध होगी। उन्होंने श्री करवरिया जैसे समर्पित व्यक्तित्व को गौ सेवा का प्रेरणास्त्रोत बताया और उनके सहयोग को अमूल्य योगदान करार दिया।