एसटीएफ ने आर्मी में नौकरी दिलाने वाले ठग शशिभूषण उपाध्याय को किया गिरफ्तार

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जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

बलिया। उत्तर प्रदेश पुलिस की विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की वाराणसी इकाई ने बलिया जिले के थाना बांसडीह के अंतर्गत डुहीमुसी चांदपुर निवासी शशिभूषण उपाध्याय को रविवार को बलिया के कोतवाली क्षेत्र के जमुआ से गिरफ्तार किया। शशिभूषण पर सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का आरोप है।

फर्जी दस्तावेजों से सेना में नौकरी पाने की कोशिश

शशिभूषण ने 2000 में पश्चिम बंगाल का फर्जी निवास प्रमाणपत्र बनवाकर सेना में नौकरी प्राप्त की थी। नौकरी के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेने के बाद वह उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में ट्रेनिंग करने लगा। हालांकि, जब दस्तावेजों की जांच शुरू हुई, तो पकड़े जाने के डर से उसने ट्रेनिंग छोड़ दी और भाग गया।

सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का धंधा

ट्रेनिंग से भागने के बाद शशिभूषण ने फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर दूसरों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देना शुरू कर दिया। वह बलिया और आसपास के क्षेत्रों में युवाओं से तीन से चार लाख रुपये तक वसूलता था।

एसटीएफ की जांच और गिरफ्तारी

एसटीएफ के एएसपी विनोद सिंह ने बताया कि हाल ही में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के कई मामलों की शिकायतें मिल रही थीं। जांच के दौरान शशिभूषण का नाम सामने आया। पता चला कि उसने कोलकाता के सातुरी शाहपुर के डीएच रोड पर अजंता सिनेमा के पास अपना ठिकाना बनाया हुआ है। बलिया आने की जानकारी मिलते ही एसटीएफ ने इंस्पेक्टर पुनीत परिहार के नेतृत्व में घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के समय शशिभूषण के पास से एक मोबाइल फोन, चार फर्जी निवास प्रमाणपत्र, और 1200 रुपये नकद बरामद किए गए। पूछताछ में उसने बताया कि उसने अब तक लगभग एक दर्जन लोगों से पैसे वसूले हैं।

धर्मेंद्र यादव गिरफ्तार: धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में जेल भेजा गया

बलिया जिले के चौबेपुर थाना क्षेत्र से पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर धर्मेंद्र यादव नामक व्यक्ति को रविवार को उसके गांव परनापुर से गिरफ्तार कर लिया।

मृतक के खाते से रुपये निकालने और संपत्ति हड़पने का आरोप

31 मई को एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पति की मौत के बाद धर्मेंद्र यादव ने उनके पति के खाते से चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर रुपये निकाल लिए। इसके अलावा, उनके पति के नाम पर पंजीकृत वाहन ट्रक और स्कॉर्पियो को फर्जी दस्तावेजों के सहारे अपने नाम कराकर बेच दिया।

गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई

आरोपी धर्मेंद्र यादव शिकायतकर्ता को जान से मारने की धमकी देता था। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर, आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।

इन दोनों मामलों में पुलिस की सक्रियता ने ठगों और जालसाजों पर नकेल कसने में अहम भूमिका निभाई है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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