अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया, जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने सोमवार को चकबंदी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्यालय की कार्यप्रणाली का गहन अवलोकन किया और लंबित चकबंदी वादों के शीघ्र निस्तारण के लिए सख्त निर्देश दिए। उन्होंने लंबित मामलों पर समयबद्ध तरीके से कार्रवाई करने पर जोर देते हुए चेताया कि एक माह से अधिक की तारीख किसी भी मामले में न दी जाए, ताकि जनता को त्वरित न्याय मिल सके।
जिलाधिकारी आज सुबह लगभग 11:30 बजे चकबंदी कार्यालय पहुंचीं। उन्होंने कार्यालय में कर्मचारियों की उपस्थिति, दस्तावेजों के रखरखाव, वादों के निस्तारण की प्रगति और साफ-सफाई की स्थिति का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने लंबित वादों की अधिकता पर नाराजगी जताते हुए निर्देश दिए कि किसी भी मामले में लंबी तारीख न दी जाए और एक माह के भीतर सभी लंबित मामलों का निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
कार्यालय की व्यवस्था और पारदर्शिता पर जोर
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने चकबंदी कार्यालय की व्यवस्थाओं को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि वादों की सुनवाई में तेजी लाई जाए और जनता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए समय पर समाधान सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा, जिलाधिकारी ने सभी कर्मचारियों को नियमित रूप से कार्यालय में उपस्थित रहने और कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचने की हिदायत दी।
अभिलेखों की गहन जांच-पड़ताल
जिलाधिकारी ने अभिलेखों की गहन जांच करते हुए उनके रखरखाव पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चकबंदी से संबंधित सभी अभिलेख व्यवस्थित और सटीक होने चाहिए, ताकि किसी भी कानूनी प्रक्रिया में बाधा न आए। इसके साथ ही उन्होंने एक माह बाद पुनः निरीक्षण करने की बात कही और चेतावनी दी कि यदि कोई लापरवाही पाई गई, तो संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान की अपील
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी कार्य नियमानुसार और विधि-सम्मत तरीके से किए जाएं, जिससे लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके लिए उन्होंने कार्यालय की कार्यक्षमता बढ़ाने और समन्वय बनाकर कार्य करने पर भी जोर दिया।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारी
इस औचक निरीक्षण के दौरान एडीएम प्रशासन श्री गौरव श्रीवास्तव, एडीएम वित्त एवं राजस्व श्री अरुण कुमार, डीजीसी श्री नवनीत मालवीय सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने सभी को मिलकर कार्य करने और कार्यालय के कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने की सलाह दी।
जिलाधिकारी की इस सख्ती से उम्मीद की जा रही है कि चकबंदी कार्यालय की कार्यप्रणाली में सुधार आएगा और लंबित वादों के शीघ्र निस्तारण से आम जनता को बड़ी राहत मिलेगी।