इरफान अली लारी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में बुधवार को भव्य दीपोत्सव समारोह का शुभारंभ किया। इस आयोजन में मुख्यमंत्री ने स्वयं दीप जलाकर समारोह की शुरुआत की।
देखते ही देखते दीपों की रोशनी से सरयू का घाट जगमगाने लगा और चारों ओर उत्सव का माहौल छा गया। इस मौके पर लेजर शो और होलोग्राम थ्रीडी के माध्यम से भगवान राम की कथा का अनोखा चित्रण प्रस्तुत किया गया, जिसने वहाँ उपस्थित भक्तों और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
दीपोत्सव के इस ऐतिहासिक अवसर पर श्रीराम, सीता और लक्ष्मण का स्वागत अयोध्या में एक विशेष हेलीकॉप्टर के जरिए हुआ, जिसे प्रतीकात्मक रूप से ‘पुष्पक विमान’ का नाम दिया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने भगवान राम और उनके साथियों का भव्य स्वागत किया। राम की शोभायात्रा को आयोजन स्थल तक ले जाया गया, जहाँ मुख्यमंत्री ने रथ को खींचते हुए श्रद्धा और सम्मान प्रकट किया। बाद में मुख्यमंत्री ने भगवान राम की आरती उतारी, जिससे पूरी नगरी में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ।
दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या में झांकियों की एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें रामायण के विभिन्न प्रसंगों को जीवंत किया गया। शोभायात्रा में देश के विभिन्न हिस्सों से आए शास्त्रीय नर्तकों ने अपनी अद्वितीय प्रस्तुतियों के जरिए रामायण के प्रसंगों को और अधिक प्रभावशाली बनाया।
इस साल के दीपोत्सव में दो नए विश्व रेकॉर्ड भी बने। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स के अधिकारी ने बताया कि एक साथ एक हजार 121 लोगों ने सरयू किनारे आरती में भाग लेकर एक नया विश्व रेकॉर्ड स्थापित किया। इसके अलावा, अयोध्या ने पिछले वर्ष का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए 25 लाख दीयों को प्रज्वलित कर दूसरा नया रेकॉर्ड भी स्थापित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे पर्व और त्योहार केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सेवा का प्रतीक होते हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि त्योहारों के दौरान ऐसे परिवारों की सहायता करें जो अभाव में जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे हर घर में दीप जलना चाहिए ताकि सभी को खुशी का अनुभव हो सके।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “जाकी प्रभु दारुण दुख दीन्हा, ताकि मति पहिले हर लीन्हा” जैसा त्रेता युग में हुआ था, वैसा ही कुछ लोग आज भी राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं। योगी ने यह भी कहा कि कुछ लोग समाज को बांटने का काम कर रहे हैं, जैसे कभी रावण, दुर्योधन, और दुःशासन ने किया था। ऐसे कार्यों के परिणाम बुरे ही होते हैं, और जनता इस सत्य को भली-भांति जानती है।
इस भव्य दीपोत्सव का आयोजन अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहली बार हो रहा है, जिससे इस आयोजन का महत्व और बढ़ गया है।
साकेत महाविद्यालय की 18 झांकियों में से 11 झांकियां सूचना विभाग की
महोत्सव में साकेत महाविद्यालय की 18 झांकियों में से 11 झांकियां सूचना विभाग की ओर से और सात झांकियां पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई हैं। पर्यटन विभाग द्वारा सजाई गई झांकियों में तुलसीदास रचित रामचरितमानस के सात अध्यायों- बालकांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड पर आधारित सुंदर दृश्य प्रस्तुत किए गए हैं, जो श्रद्धालुओं को रामायण के विभिन्न प्रसंगों का सार समझाने में सहायक हैं। इस आठवें दीपोत्सव में श्रीराम की शिक्षा, सीता-राम विवाह, वन गमन, भरत मिलाप, शबरी प्रसंग, अशोक वाटिका, हनुमान का लंका गमन, शक्तिबाण लगने से लक्ष्मण का मूर्छित होना, रावण वध, अयोध्या आगमन और दीपोत्सव पर आधारित झांकियों का विशेष प्रदर्शन किया जा रहा है। शोभायात्रा के राम पथ पर आगे बढ़ते ही स्थानीय लोग सड़क के दोनों तरफ खड़े हो गए और उन्होंने पुष्पवर्षा कर उसका स्वागत किया। इस शोभायात्रा में भाग लेने वाली जम्मू-कश्मीर की साक्षी ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘हम अपने राज्य की संस्कृति का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं।”