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15 January 2025 11:18 am

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जरुरतमंदों के अरमानों को किस तरह रौंद रहे हैं ये “टेलीग्राम ठग”…..पुलिस भी हो गई परेशान

59 पाठकों ने अब तक पढा

सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट

आजकल टेलीग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निवेश और वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर ठग लोगों को विभिन्न तरीकों से अपने जाल में फंसाकर उनका पैसा हड़पने का प्रयास कर रहे हैं। वे इन प्लेटफॉर्म्स पर आकर्षक विज्ञापनों और संदेशों के माध्यम से लोगों को भ्रमित करते हैं। 

ठगी के तरीके

  1. सोशल मीडिया पर प्रचार : साइबर ठग व्हाट्सएप, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वर्क फ्रॉम होम या निवेश के नाम पर विज्ञापन देते हैं। इनमें से कुछ विज्ञापन बहुत आकर्षक होते हैं, जो लोगों को जल्दी से पैसा कमाने का लालच देते हैं।
  2. शुरुआत में मुनाफा देना : पीड़ितों को सबसे पहले छोटे टास्क दिए जाते हैं, जैसे कि किसी वीडियो को लाइक और शेयर करना। इसके बदले उन्हें थोड़ा सा मुनाफा दिया जाता है। इस तरह से ठग पीड़ितों का विश्वास जीत लेते हैं।
  3. टेलीग्राम ग्रुप्स : इसके बाद ठग पीड़ितों को अलग-अलग टेलीग्राम ग्रुप्स में जोड़ते हैं, जहाँ उन्हें बड़े मुनाफे का वादा किया जाता है। इस प्रकार, लोग अधिक पैसे निवेश करने लगते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं।
  4. ऑनलाइन अकाउंट : जब लोग इस जाल में फंस जाते हैं, तो उन्हें एक ऑनलाइन अकाउंट gginm.com पर खोलने के लिए कहा जाता है, जिसमें वे पैसे डालते हैं। शुरुआत में, उनकी राशि को दोगुना कर दिया जाता है, लेकिन जब बड़ी रकम आती है, तो ठग पैसे निकालकर गायब हो जाते हैं।

पुलिस की स्थिति

दिल्ली पुलिस को रोजाना 600 से अधिक साइबर ठगी की शिकायतें मिलती हैं, जिनमें से 10% मामलों में भारी रकम की ठगी होती है। अधिकांश जालसाज विदेशी देशों जैसे चीन, हांगकांग, दुबई, कंबोडिया, और मलेशिया में बैठे होते हैं, जबकि भारत में उनके सहयोगी बैंक खातों और सिम कार्ड का प्रबंध करते हैं। इन मामलों में 90 से 95% मामलों में पुलिस ठगों तक नहीं पहुँच पाती, और अधिकतर केवल उनके भारतीय सहयोगियों तक ही पहुँच पाती है।

एक गिरोह की गिरफ्तारी

यूपी एसटीएफ ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो टेलीग्राम ग्रुप्स के माध्यम से लोगों को टास्क देकर, दोगुने पैसे का लालच देकर ठगी कर रहा था। इस गिरोह ने 8 करोड़ रुपये की ठगी की है। उन्होंने 200 से अधिक बैंक खाते जरूरतमंद लोगों के नाम पर खुलवाए थे, जिन्हें पैसे का लालच देकर इस कार्य में शामिल किया गया था।

लखनऊ में पकड़े गए टेलीग्राम ठग

सावधान रहें

इस प्रकार की ठगी से बचने के लिए हमेशा सतर्क रहें। किसी भी अनजान स्रोत से प्राप्त लिंक या संदेशों पर क्लिक न करें और न ही उनके निर्देशों का पालन करें। केवल विश्वसनीय और प्रमाणित स्रोतों से ही निवेश या काम के अवसर स्वीकार करें। 

इस प्रकार के ऑनलाइन निवेश या वर्क फ्रॉम होम ऑफर को स्वीकार करने से पहले पूरी तरह से जांच-पड़ताल करना आवश्यक है, ताकि आप साइबर ठगी का शिकार न हों।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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