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November 22, 2024 5:08 am

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दरिंदगी, कत्ल और सबूत मिटाने की कोशिश… कोलकाता हॉस्पिटल कांड के आरोपी की करतूतों की ऐसे खुली पोल

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सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट

आठ अगस्त की रात तकरीबन 2 बजे का वक्त और सन्नाटे से भरा कोलकाता का आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल। इसी हॉस्पिटल में गुरुवार को एक जूनियर लेडी डॉक्टर की नाइट ड्यूटी थी। रात को 2 बजे उसकी शिफ्ट खत्म होती है और वो सोने के लिए चली जाती है। हॉस्पिटल में डॉक्टरों के सोने के लिए अलग से कोई रूम नहीं था। इसलिए वो इमरजेंसी डिपार्टमेंट की तीसरी मंजिल पर बने सेमिनार हॉल में जाकर सो जाती है। 

उसी रात इंसान की शक्ल में एक भेड़िया हॉस्पिटल में दाखिल होता है और सोती हुई उस लेडी डॉक्टर पर टूट पड़ता है। वो लेडी डॉक्टर के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार करता है और बेरहमी से उसका कत्ल करने के बाद हॉस्पिटल से निकल जाता है।

दिल दहला देने वाली ये कहानी है कोलकाता में लेडी डॉक्टर के साथ हुए रेप और उसकी हत्या की। 31 साल की ये जूनियर डॉक्टर पोस्ट ग्रेजुएशन सेकंड ईयर की छात्रा थी। जब वो नींद में थी, तो संजय रॉय नाम के उस दरिंदे ने पहले उसके साथ रेप किया और बाद कत्ल कर दिया। 

हैवानियत करने वाला ये आरोपी गिरफ्तार हो चुका है, सलाखों के पीछे है, लेकिन लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है। कोलकाता से लेकर दिल्ली तक सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर इस घटना के विरोध में हड़ताल पर हैं। वहीं, पुलिस पूछताछ में आरोपी संजय रॉय को लेकर एक बेहद सनसनीखेज खुलासा हुआ है।

कुछ घंटे पहले ही दो बार गया रेड लाइट एरिया

आरोपी संजय रॉय कोलकाता पुलिस की चौथी बटालियन में सिविल वॉलंटियर के तौर पर काम करता है। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, संजय रॉय 5 अगस्त से वेस्ट मिदनापुर में खड़गपुर के पास सलुआ इलाके में था और गुरुवार को ही कलकत्ता लौटा था। 

पूछताछ में उसने बताया कि लेडी डॉक्टर के साथ हुई घटना से कुछ घंटे पहले वो अपने एक दोस्त के साथ दो बार रेड लाइट एरिया में गया था। उसका दोस्त भी सिविल वॉलंटियर के तौर पर ही काम करता है। ये दोनों पहले कोलकाता के कालीघाट में रेड-लाइट एरिया गए और कुछ समय बाद वापस लौट आए।

पहले 11 बजे, फिर 3:30 बजे हॉस्पिटल आया संजय

वापस लौटकर संजय और उसका दोस्त रात में करीब 11 बजे आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पहुंचा। दरअसल हॉस्पिटल में संजय के इस दोस्त का कोई परिचित भर्ती था और उसे देखने के लिए ही ये दोनों यहां आए थे। 

करीब 11 बजकर 30 मिनट पर संजय और उसका दोस्त हॉस्पिटल से निकल आए। इसके बाद ये दोनों कोलकाता के सोवाबाजार रेड लाइट एरिया पहुंचे। वहां से लौटने के बाद रात में ही करीब साढ़े तीन बजे संजय फिर से हॉस्पिटल गया और लगभग 4 बजकर 30 मिनट पर बाहर निकल आया। इसी एक घंटे के दौरान उसने लेडी डॉक्टर के साथ रेप करने के बाद उसकी हत्या कर दी।

सबूत मिटाने के मकसद से धोए कपड़े

हॉस्पिटल के सीसीटीवी में भी संजय दो बार वहां आता हुई दिखाई दिया है। हॉस्पिटल से निकलने के बाद संजय रॉय अपनी बैरक पहुंचा और वहीं सो गया। इसके बाद जब उसकी नींद खुली तो उसने सबूत मिटाने के मकसद से खून से सने अपने कपड़े धो डाले। हालांकि, वो अपने जूतों पर लगे खून के निशान नहीं हटा पाया। 

संजय की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके ये जूते भी बरामद कर लिए हैं। वहीं, रविवार को कोलकाता पुलिस की एक टीम जूनियर डॉक्टर के घर जाकर उनके परिजनों से मिली। पुलिस का कहना है कि वो इस मामले की तह तक जाकर दोषी को सख्त से सख्त सजा दिलाएंगे।

कई शादियां कर चुका

पुलिस पूछताछ में पता चला कि संजय कई शादियां कर चुका है लेकिन उसकी कोई भी पत्नी अब उसके साथ नहीं है। इनमें से एक बीवी के साथ उसने उस वक्त दरिंदगी की, जब वो तीन महीने की गर्भवती थी। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, केस की जांच कर रहे पुलिस अफसरों को संजय के खिलाफ कालीघाट पुलिस स्टेशन में उसकी पूर्व पत्नी की तरफ से दर्ज कराई गई दो साल पुरानी शिकायत मिली है। इस शिकायत के बारे में संजय की पूर्व सास दुर्गा देवी ने बताया कि जब उनकी बेटी तीन महीने की गर्भवती थी, तो वो हर दिन उसके साथ मारपीट करता था। 

शिकायत हुई, लेकिन नहीं लिया कोई एक्शन

दुर्गा देवी के मुताबिक, ‘उन्होंने अपनी बेटी की ओर से 4 अगस्त 2022 को कालीघाट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत को दो बार आगे भी बढ़ाया गया, लेकिन संजय के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया।’ 

ऐसे में साफ है कि अगर उस वक्त संजय के खिलाफ एक्शन लेकर उसे सजा दिलाई गई होती, तो आज कोलकाता की जूनियर डॉक्टर की जान बच जाती। बताया जा रहा है कि उस वक्त संजय के ऊपर पुलिस कल्याण बोर्ड के कुछ अफसरों की कृपा दृष्टि थी और उसी वजह से उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

कत्ल के बाद बेफिक्र होकर सो गया संजय

कोलकाता की जूनियर लेडी डॉक्टर से रेप और उसकी हत्या करने वाला संजय रॉय अब सलाखों के पीछे है और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। हालांकि, उसके चेहरे पर अपने किए का कोई पछतावा नजर नहीं आ रहा। इस घटना को अंजाम देने के बाद संजय सीधे अपनी बैरक पहुंचा और सो गया। इसके बाद जब उसकी आंख खुली तो उसने खून से सने अपने कपड़े धोए, ताकि वो पकड़ा ना जा सके। 

जिस वक्त संजय को गिरफ्तार किया गया, वो बिल्कुल सामान्य था। पुलिस पूछताछ में अपना गुनाह कबूलने के बाद उसने ये भी कहा कि उसे फांसी पर लटका दो।

निर्भया कांड से तुलना

कोलकाता पुलिस ने अंदेशा जताया है कि इस वारदात में संजय रॉय के साथ कोई और भी शामिल हो सकता है। पुलिस उस एंगल से भी मामले की छानबीन कर रही है। असल में सेमिनार हॉल से बरामद ट्रेनी डॉक्टर की लाश पर मौजूद बर्बरता के निशान देख कर पुलिस वालों को भी जोर का झटका लगा था। लाश की हालत ऐसी थी, जिसे देख कर लोग इसकी तुलना दिल्ली के निर्भया कांड से करने लगे। 

जख्मों से भरा था डॉक्टर का जिस्म

वैसे तो ट्रेनी डॉक्टर की हत्या गला घोंट कर ही की गई थी, लेकिन उसके पूरे शरीर पर चोट के अनगिनत निशान थे। खास कर चेहरे पर कई चोट थे और आंखों से खून आ रहा था। पूरे शरीर पर नोचने खसोटने के निशान थे और प्राइवेट पार्ट भी बुरी तरह जख्मी था। इसके अलावा होठों पर, पेट के निचले हिस्से और दांये हाथ पर भी चोट के निशान थे, ऊंगलियां टूटी हुई थी और एक कॉलर बोन यानी कंधे की हड्डी में भी फ्रैक्चर था। पुलिस ने शुक्रवार को ही लाश बरामद करने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था। 

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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