चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
राजधानी लखनऊ के चौक स्थित लोहिया पार्क के पास 3 जुलाई को एक दिल दहलाने वाली घटना घटी जब अभिषेक वर्मा नामक शख्स ने एक लड़की पर तेजाब फेंक दिया। उस समय पीड़िता के साथ उसका मौसेरा भाई भी मौजूद था, जो इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने उसी रात अभिषेक वर्मा को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान अभिषेक ने कई अहम खुलासे किए, जिनमें पीड़िता के मौसेरे भाई की भी संलिप्तता सामने आई। इस सच्चाई को जानने के बाद पीड़िता ने अस्पताल में ही अपने भाई से नफरत करना शुरू कर दिया और उसे अपने कमरे से दूसरे कमरे में भिजवा दिया।
अब 10 दिन बाद पीड़िता को अस्पताल से छुट्टी मिली है। छुट्टी मिलने के बाद उसने स्पष्ट रूप से कहा कि उसे ऐसा भाई नहीं चाहिए। पीड़िता ने कहा कि वह अपनी लड़ाई मजबूती से लड़ेगी और किसी भी हालत में साजिशकर्ता और तेजाब फेंकने वाले को नहीं छोड़ेगी।
पुलिस की जांच में पीड़िता का सौतेला भाई शक के घेरे में आ गया था। हालांकि, उसकी हालत गंभीर होने के कारण पुलिस उससे अधिक पूछताछ नहीं कर पा रही है। उसका हाथ और कंधे का ऑपरेशन हुआ है और डॉक्टरों का कहना है कि अभी उसे और भी ऑपरेशनों की जरूरत है। हालत में सुधार होने पर पुलिस उसका बयान लेगी।
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद पीड़िता ने कहा कि ईश्वर उसके भाई को कभी माफ नहीं करेंगे। उसने भाई के नाम पर मुझे और मेरे परिवार को छला है। पीड़िता ने यह भी कहा कि उसे समय-समय पर डॉक्टर के पास चेकअप के लिए जाना होगा।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."