सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
भारत के महान संतों में देवरहा बाबा की चर्चा होती है। वह यूपी के देवरिया में जन्मे थे। उनकी आयु के बारे में सही जानकारी तो नहीं फिर भी उनकी आयु सैकड़ों वर्ष की जाती थी। उनका देहांत 1990 में हुआ था। इससे पहले उन्होंने एक इंटरव्यू में कह दिया था कि राम मंदिर सबकी सहमति से बनेगा। जिस समय यह कहा गया, उस समय इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।
बाबा बोले, सबकी सहमति से बनेगा राम मंदिर
देवरहा बाबा का एक इंटरव्यू यूट्यूब पर देखा जा सकता है। इसमें वह सवालों का जवाब देते हुए पूरे विश्वास से कहते हैं कि, ‘राम मंदिर अवश्य बनेगा और सबकी सहमति से बनेगा।
राजीव गांधी को दी थी शिलान्यास की अनुमति
देवरहा बाबा के भक्त चर्चा करते हैं कि उन्हीं के परामर्श पर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1989 में विहिप को राम मंदिर के शिलान्यास की अनुमति दी। यह इंटरव्यू उसके बाद का है।
उस समय राम मंदिर आंदोलन चल रहा था
देवरहा बाबा का देहांत जून 1990 में हुआ। उस समय राम मंदिर आंदोलन चल रहा था लेकिन न तो आडवाणी की रथ यात्रा हुई थी और उस समय तक विवादित ढांचा भी जन्मस्थान के ऊपर खड़ा था।
30 साल बाद आया कोर्ट का फैसला सबने माना
करीब 30 साल बाद यानी 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया। इस फैसले के प्रति देश में किसी भी वर्ग में कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई बल्कि सहजरूप में इसे स्वीकार कर लिया गया।
सिद्धों से मिला था संदेश
कहा जाता है कि देवरहा बाबा के पास भविष्य को देखने की क्षमता थी। उनमें आस्था रखने वाले मानते हैं कि हिमालय में स्थित एक गुप्त सिद्ध आश्रम ‘ज्ञानगंज’ के योगियों से देवरहा बाबा संपर्क में रहते थे।
22 जनवरी को होगी प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। गर्भगृह में इसी जगह पर लगेगी प्रतिमा। तीन प्रतिमाओं में से एक को चुना गया है।
Author: samachar
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