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November 23, 2024 2:54 am

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बादलों में उड़ने वाली कमसिन लड़की के खौफनाक मौत की डरावनी कहानी

67 पाठकों ने अब तक पढा

रघु यादव मस्तूरी की रिपोर्ट 

23 साल की वो कमसिन लड़की कामयाबी के आसमान में उड़ान भरना चाहती थी. वो बादलों में उड़ना चाहती थी. वो एयरहोस्टेस बनने का ख्वाब देखती थी. जो अब पूरा हो चुका था. वो मुंबई में एक एयरलाइन के साथ ट्रेनी एयरहोस्टेस के तौर पर काम करने लगी थी. सब कुछ ठीक चल रहा था. लेकिन रविवार को अचानक उसने फोन उठाना बंद कर दिया. ना वो घरवालों को फोन कर रही थी, ना उनके फोन कॉल्स रिसीव कर रही थी. इसके बाद घरवालों ने मुंबई में रहने वाले एक परिचित से मदद मांगी और उसके बाद जो खुलासा हुआ, उसने पूरे परिवार के होश उड़ा दिए.

अंदर से बंद था फ्लैट का दरवाजा

मुंबई के अंधेरी ईस्ट का मरोल इलाका. एनजी को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी के फ्लैट्स में आम दिनों की तरह सब नॉर्मल था. लेकिन रविवार 4 अगस्त की रात दस बजते-बजते उस सोसायटी में हड़कंप मच चुका था. एक फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था और कई बार डोर बेल बजाने पर भी अंदर से कोई आवाज नहीं आ रही थी. ऊपर से इस फ्लैट में जो लड़की रहती थी, उसका फोन भी लगातार अन आनसर्ड आ रहा था. यानी वो फोन नहीं उठा रही थी. 

वारदात के वक्त फ्लैट में अकेली थी रूपल

वो फ्लैट छत्तीसगढ़ की रहनेवाली 23 साल की एक लड़की रूपल ओगरे ने किराए पर ले रखा था, जो एक ट्रेनी एयरहोस्टेस थी. वो फ्लैट में अपनी कजिन के साथ रहती थी. लेकिन इत्तेफाक से उसकी कजिन उस वक्त अपने होम स्टेट यानी छत्तीसगढ़ गई हुई थी और रूपल फ्लैट में अकेली थी. ऐसे में उसके फोन नहीं उठाने पर घरवालों का परेशान होना लाजिमी था.

रूपल के फ्लैट पर बहन ने भेजा था दोस्त

घरवालों के उसे कई बार कॉल करने के बावजूद जब उसने कोई रिस्पांस नहीं दिया, तो उसकी कजिन ऐश्वर्या ने मुंबई में ही रहनेवाले अपने एक दोस्त को एनजी को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी में जा कर रूपल के बारे में पता करने को कहा. रूपल के फ्लैट पर पहुंचे लड़के को रात करीब दस बजे भी जब अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिला, तो उसने एक की-मेकर यानी चाबी बनानेवाली की मदद ली और डुप्लीकेट चाबी की मदद से उसके फ्लैट का दरवाजा खोल दिया. 

फ्लैट के बाथरूम में पड़ी थी लाश

लेकिन अंदर का मंजर देख कर वहां मौजूद तमाम लोगों के कदम ठिठक गए. पूरे फ्लैट में जगह-जगह खून के छींटे थे और फ्लैट के एक बाथरूम में रूपल की लाश पड़ी थी. रूपल का गला कटा हुआ था. और फर्श पर ढेर सारा खून बिखरा हुआ था. लेकिन ये अपने-आप में बड़ी अजीब बात थी. आखिर एक बंद फ्लैट में रूपल का कत्ल कब और कैसे हुआ? कातिल इस वारदात को अंजाम देकर कहां फरार हो गया? आखिर रूपल से ऐसी किसी की क्या दुश्मनी थी? इस कत्ल को लेकर कई सवाल थे.

एक महीने पहले ही ट्रेनी एयरहोस्टेस बनी थी रूपल

आनन-फानन में सोसायटी के लोगों ने पुलिस को इत्तिला दी और अगले कुछ ही पलों में मुंबई पुलिस अपनी फॉरेंसिक टीम के साथ मौका-ए-वारदात पर थी. पुलिस ने लाश को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया और इसी के साथ मामले की जांच शुरू कर दी. पुलिस को छानबीन में पता चला कि रूपल ने पिछले मार्च के महीने में एक ट्रेनी एयरहोस्टेस के तौर पर एक प्राइवेट एयरलाइन के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी. और अपनी कजिन एश्वर्या के साथ इस किराये के फ्लैट में वो पिछले तीन महीनों से रह रही थी. ऐश्वर्या किसी काम से बमुश्किल हफ्ते भर पहले ही रायपुर अपने घर गई थी. 

रविवार की दोपहर से ही फोन नहीं उठा रही थी रूपल

रूपल ने रविवार की सुबह भी अपने घरवालों से बात की थी, लेकिन दोपहर डेढ बजे के बाद अचानक उसने फोन उठाना बंद कर दिया. इस पर रूपल के पिता और उसकी कजिन ऐश्वर्या दोनों काफी परेशान हो गए थे. आखिरकार उन्होंने 9 बजे मुंबई में ही एक लड़के से रूपल के बारे में पता करने को कहा, जो रूपल की कजिन का दोस्त था. 

CCTV फुटेज और सोसाइटी के विजिटर रजिस्टर की जांच

कत्ल की बात सामने आने के बाद पुलिस ने मामले को सुलझाने के लिए आठ टीमें बनाई और सभी टीमों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई. रूपल के घरवालों से बातचीत के बाद एक बात तो साफ हो चुकी थी कि रूपल का कत्ल सुबह दस बजे से दोपहर एक-डेढ़ बजे के बीच ही हुआ था. ऐसे में पुलिस की एक टीम ने सोसायटी में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू की और विजिटर रजिस्टर को खंगाल कर ये पता करना शुरू किया कि इस दौरान सोसायटी में और खास कर रूपल की फ्लैट के तरफ कौन कौन से लोग आए और गए. 

35 लोगों से की गई पूछताछ

पुलिस ने 35 ऐसे लोगों की पहचान की, सुबह दस से दोपहर डेढ़ बजे तक सोसायटी में आए थे, लेकिन इन सभी के सभी 35 लोगों से पूछताछ करने पर पुलिस को कुछ भी संदिग्ध नहीं लगा. यानी पुलिस को इन 35 लोगों में से किसी एक पर भी वारदात में शामिल होने का शक नहीं हुआ.

जांच में सफाईकर्मी पर हुआ शक

अब पुलिस ने सोसायटी के सिक्योरिटी गार्ड्स और हाउसकिंपिंग स्टाफ के बारे में पता करना शुरू किया. इस कोशिश में पुलिस को 35 साल के एक सफाई कर्मी विक्रम अटवाल पर शक हुआ. विक्रम सुबह करीब साढे ग्यारह बजे रूपल के फ्लैट वाली बिल्डिंग के अंदर गया था. लेकिन हैरानी की बात ये थी कि वो बिल्डिंग से करीब दो घंटे बाद यानी डेढ़ बजे बाहर निकला. यहीं से पुलिस का शक उस पर गहरा गया. 

ये थी विक्रम पर शक करने की वजह

एक हैरानी की बात ये भी थी कि विक्रम के हाथ और गले में चोट के ताजा निशान थे, लेकिन ये निशान कैसे आए? इसका कोई सही-सही जवाब उसके पास नहीं था. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में देखा कि विक्रम अपनी सफाईकर्मी वाली ड्रेस में ही ड्यूटी पर पहुंचा था, लेकिन लौटते वक्त उसने दूसरे कपड़े पहन रखे थे. ये बात भी शक भी पैदा करनेवाली थी. 

विक्रम अटवाल ही निकला कातिल

ऐसे में पुलिस ने विक्रम को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की और जल्द ही इस कत्ल का राज खुल गया. पुलिस की मानें तो रूपल का कातिल कोई और नहीं बल्कि विक्रम अटवाल ही था. हालांकि पुलिस ने कातिल को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन रूपल के कत्ल का मोटिव पुलिस ने अब तक साफ नहीं किया है.

क्या था कत्ल का मकसद?

पुलिस को शक है कि शायद विक्रम ने रूपल को अकेला पाकर उसके साथ रेप करने की कोशिश की थी, जिसमें नाकाम रहने पर उसने रूपल का कत्ल कर दिया. पुलिस कत्ल की वजह जानने के लिए विक्रम से पूछताछ करने के साथ-साथ रूपल के शरीर से फॉरेंसिक स्वैब भी कलेक्ट किए हैं, ताकि ये पता चल सके कि उसके साथ विक्रम ने रेप किया था या नहीं. हालांकि सीसीटीवी फुटेज की जांच और विक्रम से अब तक हुई पूछताछ से कई सवालों के जवाब सामने आ चुके हैं.

पुलिस ने बताई कत्ल की ये कहानी

पुलिस की मानें तो विक्रम सफाई के लिए रूपल के फ्लैट के अंदर गया था, लेकिन उसे अकेला पाकर उसने रूपल से ज्यादती करने की कोशिश की और जब इसमें वो नाकाम रहा, तो उसने रूपल की जान ले ली. यही वजह है कि वो बिल्डिंग में गया तो करीब साढे ग्यारह बजे, लेकिन बिल्डिंग से बाहर आने में उसे दो घंटे लग गए. और वो करीब डेढ़ बजे बाहर निकला. विक्रम के हाथ और गले में चोट के निशान भी रूपल के कत्ल के दौरान लगे, क्योंकि रूपल विक्रम की ज्यादती का लगातार विरोध कर रही थी और उसने चिल्ला कर खुद को बचाने की कोशिश भी की थी. इसी दौरान दोनों में लड़ाई भी हुई थी. चूंकि विक्रम ने रूपल को काबू कर उसका गला एक तेज धार चाकू से काट दिया था, तो विक्रम के कपड़ों पर भी रूपल के खून के छींटे लग गए थे. ऐसे में उसे इस हाल में बाहर जाने पर पकड़े जाने का खतरा था, लिहाजा उसने अपने कपड़े बदले और तब बिल्डिंग से बाहर निकला.

लेकिन अभी कई ऐसे सवाल भी हैं, जिनका जवाब पुलिस को ढूंढना है. सवाल ये है कि- 

– क्या विक्रम पूरी तैयारी से रूपल के साथ रेप करने या उसका कत्ल करने पहुंचा था? 

– क्या वो रोजाना ही अपने साथ वर्दी के अलावा कपड़ों की दूसरी जोड़ी लेकर आता था? 

– या फिर इस वारदात को अंजाम देने के लिए ही वो तैयारी से कपड़े साथ लेकर आया था? 

– विक्रम द्वारा कत्ल में इस्तेमाल किया गया चाकू और खून से सने कपड़े कहां हैं? 

विक्रम ने ऐसे कुबूल किया अपना जुर्म

पुलिस की मानें तो वारदात को अंजाम देने के दूसरे दिन यानी सोमवार को वो बिल्कुल नॉर्मल तरीके से अपनी ड्यूटी पर वापस लौटा था. ताकि किसी को उस पर शक ना हो, लेकिन तब तक पुलिस टेक्नीकल सर्विलांस के सहारे उसके बारे में जानकारी जुटा चुकी थी. पुलिस की पूछताछ में पहले तो वो अपना जुर्म कबूलने से कतराता रहा, लेकिन सवालों से घिरने पर उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. पुलिस की मानें तो विक्रम का कोई पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है. वो शादी-शुदा है और उसे दो बच्चे भी हैं. उसकी पत्नी भी उसी बिल्डिंग में हाउस मेड के तौर पर काम करती है. 

6 माह पहले ही रायपुर आई थी रूपल

उधर, रूपल के बारे में पुलिस को पता चला है कि वो ना सिर्फ एक एयरलाइन के साथ एयरहोस्टेस के तौर पर जुड़ी थी, बल्कि एक डिजिटल कॉन्टेंट क्रिएटर और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर के तौर पर भी काम करती थी. एयरलाइन में अप्वाइंटमेंट मिलने पर वो छह महीने पहले ही रायपुर से मुंबई आई थी. वैसे परिवार की बात करें तो रूपल के परिवार में एक काफी सीनियर आईपीएस अफसर भी हैं, जो छत्तीसगढ़ में ही माओवादी और एंटी नक्सल ऑपरेशंस से जुड़े हैं.

मुंबई में कुछ साल पहले ऐसे ही हुआ था पल्लवी का मर्डर 

एयरहोस्टेस रूपल ओगरे की हत्या की इस वारदात ने मुंबई में कुछ साल पहले हुई ऐसी ही एक और घटना की याद ताजा करा दी है. तब एक वकील पल्लवी पुरकायस्थ की हत्या उसी की सोसायटी के सिक्योरिटी गार्ड ने कर दी थी. 9 अगस्त 2019 को मुंबई के वडाला की एक सोसायटी में पल्लवी की खून से सनी लाश मिली थी. अगले दिन पुलिस ने इस कत्ल के सिलसिले में 25 साल के सिक्योरिटी गार्ड सज्जाद मुगल को गिरफ्तार किया था. छानबीन में तब पता चला था कि सज्जाद ने जानबूझ कर पल्लवी के फ्लैट का पावर कनेक्शन ऑफ कर दिया था. इस पर पल्लवी ने उसे मदद के लिए बुलाया. तब सज्जाद ने उसके घर की चाबी चुरा ली. और फिर मौका देख कर उसके घर में घुस कर उसके साथ रेप करने की कोशिश की थी और विरोध करने पर वो पल्लवी का कत्ल करके फरार हो गया था. पुलिस ने खून से सने कपड़े, डीएनए रिपोर्ट, कत्ल में इस्तेमाल किया गया चाकू, कॉल रिकॉर्ड्स जैसी चीजें सबूत के तौर पर अदालत में पेश की थी, जिसके आधार पर सज्जाद मुगल को आजीवन कारावास की सजा मिली थी. हालांकि इसके बाद वो एक बार पेरोल लेने के बाद फरार हो गया था, लेकिन दोबारा गिरफ्तार किया गया और इस वक्त जेल में बंद है.

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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