सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
बस्ती । आप ने नटवर लाल का नाम तो जरूर सुना होगा। जिसने मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखा कर ताजमहल और लाल किला बेच दिया। बस्ती में इस जमाने के नटवरलाल भीम प्रसाद के कारनामे सुन कर आप दंग रह जायेंगे। बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का सपना दिखाया 200 से ज्यादा बेरोजगार युवकों युवतियों को अपने जाल में फंसा कर नौकरी दिलाने के नाम पर 1 से 1.5 लाख रुपए ठग लिए। 3 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाला नटवरलाल फिलहाल फरार है।
नटवरलाल ने बकायदा पंचायती राज विभाग का फर्जी नियुक्ति पत्र बना कर युवाओं को दिया। कमाल की बात है की 2022 में तत्कालीन डीएम सौम्य अग्रवाल को जिला पंचायत राज अधिकारी बना कर फर्जी दस्तखत कर नियुक्ति पत्र भी बांट दिया गया था। जिन लोगों को नियुक्ति पत्र बांटा गया उनको ज्वाइनिंग से पहले बकायदा ट्रेनिग ने नाम पर घुमाता रहा। इतना ही नहीं सफाई कर्मी की ट्रेनिंग के नाम पर नटवर लाल के जाल में फंसे युवाओं से नाली साफ कराया. नदी की सफाई कराई।
इतना ही नहीं कई गांवों में ले जाकर उनसे झाड़ू तक लगवाया, नटवरलाल के जाल में फंसे युवाओ ने सरकारी नौकरी के लालच में सब कुछ किया जो नटवरलाल ने ट्रेनिंग के नाम पर उनसे करवाया। जब ट्रेनिंग का समय बीतता गया और एक साल से ज्यादा का समय बीत गया, तब ज्वाइनिंग लेटर लेकर युवक पंचायत राज कार्यालय पहुंचे, जहां पर पता चला की इस तरह की कोई वेकेंसी नहीं निकली थी जो भी उनके पास पेपर हैं सब फर्जी है। जिसके बाद एक साल की कड़ी ट्रेनिंग करके सरकारी नौकरी की आस लगाने वाले युवाओं के पैरों तले जमीन खिसक गई। जब ठगी के शिकार युवा नटवरलाल के पास गए और उस से बताया की जो भी कागज हैं सब फर्जी हैं, फिर क्या था नटवरलाल भीम प्रसाद ने उनको पहचानने से ही इंकार कर दिया, ठगी का शिकार जयदतर युवा गरीब परिवार से हैं नौकरी के झांसे में फंस कर उन्होंने अपना सब कुछ लुटा दिया, यहां तक की किसी ने जमीन गिरवी रख कर पैसा दिया तो किसी ने उधार लेकर पैसा दिया। जिसके बाद नटवरलाल के खिलाफ ठगे गए बेरोजगार युवा डीएम प्रियंका निरंजन से मिलने पहुंचे उन्हें अपने साथ आपबीती की सारी बात बताई, डीएम ने जांच का आदेश दे दिया है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."