जेल में बंद कुंवारी लड़की 25 दिन में हो गई गर्भवती, पूरे बस्ती से लेकर प्रदेश में मचा हड़कंप..

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संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट

बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां जेल में बंद एक कुंवारी लड़की के 25 दिन में गर्भवती होने की पुष्टि होने पर हड़कंप मच गया। इस घटना ने जेल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। लड़की की देखरेख के लिए डॉक्टरों की टीम तैनात कर दी गई है।

मामला क्या है?

घटना नवंबर की है। बस्ती जिले के कलवारी थाना क्षेत्र के गंगापुर गांव में एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मारपीट और भूत-प्रेत से जुड़े मामले में पुलिस ने एक 19 वर्षीय लड़की को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया। जेल भेजने से पहले उसका मेडिकल परीक्षण किया गया था, जिसमें कोई असामान्यता नहीं पाई गई। लेकिन 25 दिन बाद लड़की के गर्भवती होने की पुष्टि से प्रशासन के होश उड़ गए।

प्रेग्नेंसी कैसे छुपाई गई?

जांच में सामने आया कि युवती ने अपनी प्रेग्नेंसी छुपाने के लिए बड़ी होशियारी से चालाकी की। जेल प्रशासन का कहना है कि मेडिकल जांच के दौरान लड़की ने जानबूझकर प्रेग्नेंसी किट में यूरिन की जगह पानी का इस्तेमाल किया, जिससे जांच रिपोर्ट गलत आई। अब पता चला है कि लड़की पहले से तीन महीने की गर्भवती थी।

जांच और देखरेख

जेल प्रशासन ने लड़की की सेहत को लेकर डॉक्टरों की एक विशेष टीम बनाई है, जो उसका नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है। फिलहाल लड़की का इलाज जारी है, और उसे किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।

प्रशासन सवालों के घेरे में

यह मामला सामने आने के बाद जेल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर लड़की पहले से गर्भवती थी, तो मेडिकल परीक्षण में इसकी पुष्टि क्यों नहीं हो पाई? क्या मेडिकल प्रक्रिया में कोई खामी थी, या इसे जानबूझकर नजरअंदाज किया गया?

नतीजा और जांच

इस घटना ने जेल में कैदियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य जांच प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला न केवल प्रशासनिक लापरवाही का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जेलों में कैदियों की जांच और निगरानी प्रक्रिया को और सख्त बनाने की जरूरत है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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