दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर: यूपी से कानपुर पुलिस की एक शर्मनाक करतूत सामने में आई है। दारोगा पर आरोप है कि पीड़ित महिला पर दोस्ती का दबाव बनाया। जब उसने दोस्ती करने से इनकार कर दिया तो दारोगा ने महिला के पति पर एफआईआर दर्ज कर दी। पीड़ित महिला को किए गए दारोगा के मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हैं। पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से शिकायत की है। सीपी ने घटना की जांच एसीपी घाटमपुर को सौंपी है।
बिधनू थाना क्षेत्र में रहने वाली बीते सोमवार को पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड के कार्यालय शिकायत करने के लिए पहुंची थी। महिला ने बताया कि बीते 27 दिसंबर 2022 को पति को छोड़कर ससुराल वालों के खिलाफ मारपीट और उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। इसकी जांच खड़ेसर चौकी इंचार्ज मनोज कुमार सिंह कर रहे थे। दारोगा मनोज कुमार सिंह ने कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि उल्टा समझौते का दबाव बनाया। इसके बाद पुलिस कमिश्नर के आदेश पर बीते 14 फरवरी 2023 को दहेज उत्पीड़न, मारपीट समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी। इसकी विवेचना भी दारोगा मनोज कुमार सिंह को मिली थी।
दारोगा ने दोस्ती का दबाव
महिला का आरोप है कि जांच के बहाने चौकी इंचार्ज लगातार कॉल करने लगा। इसके बाद उसने मैसेज करना शुरू कर दिया। मैसेज में लिखता है कि खाना खाया की नहीं खाया, नाराज हो क्या, बात क्यों नहीं कर रही हो? इस तरह की बातों से दोस्ती का दबाव बनाने लगा। पीड़िता का कहना है कि दारोगा के मनसूबों को मैं समझ गई और उसका विरोध किया।
पति पर दर्ज की एफआईआर
दारोगा मनोज कुमार ने महिला के पति को दिल्ली से कानपुर बुलाया। फिर उसने महिला और उसके पति को समझाकर बुझाकर घर भेज दिया। जहां ससुराल वालों ने महिला और उसके पति की जमकर पिटाई कर दी।
महिला का आरोप है कि दारोगा ने ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए, उल्टा पति पर ही एफआईआर दर्ज कर दी। फिलहाल महिला की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर घाटमपुर दिनेश शुक्ला को जांच सौंपी है।
Author: samachar
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