सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
एक चादर दिखाकर मां-बाप से कहा- बेटी पवित्र नहीं, रस्मों के नाम पर ससुर-देवर ने किया रेप….जी हां, राजस्थान में हो रहा है।
पढ़ने में ये बात शायद अटपटी लगे लेकिन ये सच है कि राजस्थान के कई गांवों में शादी करना गाड़ी खरीदने जैसा ही है। जैसे गाड़ी खरीदने से पहले टेस्ट ड्राइव की जाती है, उसी तरह दुल्हन काे भी वर्जिनिटी टेस्ट से गुजरना पड़ता है। इस टेस्ट को कुकड़ी की रस्म का नाम दिया गया है। इस घिनौनी रस्म के नाम पर दुल्हन की जिंदगी के सबसे खास दिन काे सबसे खौफनाक बना दिया जाता है। चादर पर खून के धब्बों से तय होता है दुल्हन वर्जिन है या नहीं। चादर साफ हो तो दुल्हन के कैरेक्टर पर कई दाग लगा दिए जाते हैं। मौत से खौफनाक सजा दी जाती है। घर की महिलाओं के सामने ससुर-जेठ दुल्हन के कपड़े उतारकर पीटते हैं। रेप करते हैं।
इस घिनौनी रस्म की खबरें तो कई बार सामने आई, लेकिन कभी भी उन दुल्हनों की आपबीती सामने नहीं आई।
नरक जैसी जिंदगी का सामना कर चुकी दुल्हनें इतने खौफ में थीं कि कुछ भी बताने को तैयार नहीं थीं। जब उन्हें विश्वास दिलाया कि न नाम आएगा न फोटो तब वे अपना दर्द बयां करने के लिए तैयार हुईं।
22 साल पहले ससुर-देवर ने रेप किया, आज भी खौफ में
मैं भीलवाड़ा की रहने वाली हूं। 22 साल पहले 18 की उम्र में शादी हुई। ससुराल में पहली बार अपने कमरे में जा रही थी। गेट के बाहर ही मेरी बुआ, चाची, मामी, सास, ननद और काकी सास खड़ी थीं। मुझे रोका और पूछा-ब्लेड, कैंची, नुकीली चीज या नेल पॉलिश तो नहीं है? मुझे समझ नहीं आया ये सवाल क्यों पूछ रही हैं? मैं इन चीजों का क्या करूंगी। मैंने कहा-नहीं। इसके बाद वो सब मेरे पास आ गईं। कोई मेरे बालों में हाथ डालकर पिन ढूंढ़ रही थी तो कपड़ों को हिलाकर देख रही थी। मैंने पूछा क्या हुआ तो काकी सास ने कपड़े उतारने के लिए कहा। मैंने पूछना क्यों, उससे पहले बुआ बोल पड़ी- उतार दो बेटी, जरूरी है। सबके सामने मुझे कपड़े उतारने पड़े। इसके बाद मुझे कमरे में जाने दिया।
इसके बाद मैं और पति कमरे से निकले तो काकी सास कमरे में गई और बेड से चादर उतारकर ले आई। चादर देख सास गुस्सा हो गई। बोली- बोल, किसके साथ मुंह काला किया है। मैंने विरोध जताया तो पति, सास और ससुरालवालों ने बुरी तरह पीटा। कमरे में बंद कर दिया। रात को ससुर कमरे में आया और मेरे साथ जबरदस्ती की। अगले दिन देवर ने मेरे साथ रेप किया।
पति को बताया तो उसने कहा-गलती की है तो सजा तो भुगतनी ही पड़ेगी। इसके बाद तो ये सिलसिला शुरू हो गया। 3 साल ससुराल में रहने के बाद आखिर किसी तरह हिम्मत जुटाई और भाग निकली। अकेले रहते हुए 19 साल हो गए, आज भी वो दिन याद आते हैं तो कंपकंपी छूट जाती है।
कपड़े उतारकर ससुर के सामने लाए, इतना टॉर्चर कि दुल्हन ने सुसाइड कर लिया
भीलवाड़ा में रहने वाली युवती की 26 अप्रैल 2021 को जहाजपुर कस्बे के पंडेर गांव में रहने वाले युवक से शादी हुई थी। शादी के बाद हुए वर्जिनिटी टेस्ट में युवती फेल हो गई। पति, सास-ससुर, जेठ-जेठानी ने बेरहमी से पीटा। इसके बाद उसके सारे कपड़े उतार दिए और ससुर के सामने लाया गया। वहां उसके प्राइवेट पार्ट में मिर्च डाली। किसी तरह युवती वहां से बचकर भागी और अपने घर आ गई।
18 जुलाई को उसका पति समझाइश कर वापस सुसराल ले गया। वहां उसके साथ फिर से मारपीट और प्रताड़ना का सिलसिला शुरू हो गया। सास-जेठानी कैरेक्टर को लेकर ताने देतीं। रोज की जिल्लत से परेशान होकर युवती ने जहर खा लिया। उसे कोटा एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
वर्जिनिटी टेस्ट से पता चला, शादी से पहले रेप हुआ था
भीलवाड़ा के बागौर गांव में रहने वाली युवती की 11 मई को शादी हुई थी। ससुराल जाने के बाद उसकी सास ने उसकी मम्मी को फोन किया ‘शनिवार को कुकड़ी (वर्जिनिटी टेस्ट) की रस्म करेंगे। आपके परिवार से कुछ महिलाओं को भेज देना।’ मेरी मम्मी ने मामी, चाची और बुआ को मेरे ससुराल भेजा। कुकड़ी प्रथा हुई तो मैं उसमें खरी नहीं उतरी। पति और सास ने मेरे साथ मारपीट की। घरवालों के सामने मेरे बारे में घटिया बातें कहने लगे। इस पर मैंने उन्हें बताया कि शादी से पहले मेरे साथ रेप हुआ था। ससुरालवालों ने मुझे रखने से मना कर दिया और घर से निकाल दिया।
युवती ने बताया, ‘मेरे मम्मी और पापा 20 नवम्बर 2021 को मौसी की लड़की शादी में गए थे। घर में मैं और मेरी छोटी बहन व भाई थे। रात को करीब दो बजे में बाथरूम जाने के लिए घर से बाहर निकली। इस दौरान पड़ोस में रहने वाले शाहिद आया और जबरन मुझे अपने दादा के घर ले गया। वहां मेरे साथ रेप किया। मुझे धमकाया कि किसी को बताया तो मेरे घरवालों को मार देगा। डर के कारण मैंने किसी को कुछ नहीं बताया। शादी के बाद जब मुझ पर आरोप लगे तो मैंने उसके खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया।’
चादर पर खून का धब्बे मिलें तो दुल्हन को वर्जिनिटी टेस्ट में पास घोषित किया जाता है। इसके बाद दुल्हन कुछ ब्लड सूत की गेंद (कुकड़ी) पर भी लगाती है। दोनों परिवारों के सदस्यों को ब्लड लगा सफेद कपड़ा और कुकड़ी दिखाई जाती है। सबूत के तौर पर सफेद कपड़ा पीहर पक्ष और कुकड़ी ससुराल पक्ष को दी जाती है।
चादर पर खून के धब्बे न हों तो : चादर पर खून के धब्बे न होने का सीधा मतलब है- दुल्हन की जिंदगी अब नर्क बना दी जाएगी। दूल्हा खुद चिल्ला-चिल्लाकर सबको बताता है कि ये कैरेक्टरलेस है, किसी और के साथ मुंह काला कर चुकी है। ससुराल वाले दुल्हन के कपड़े उतारकर उसे पीटते हैं। पूछते हैं- अपने यार का नाम बता! इसके बाद जाति की पंचायत बैठती है, जिसमें लड़की के परिवार पर लाखों रुपए का जुर्माना लगा दिया जाता है। जुर्माने से बचने और अपने पवित्रता साबित करने के लिए लड़की को दो और मौके दिए जाते हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."