Rajasthan
-
आज का मुद्दा
ऑपरेशन सिंदूर के साये में ठहरा विकास — अब तो लौट आओ मज़दूर साथियों
ऑपरेशन सिंदूर के बाद लुधियाना की औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों का संकट गहराया है। जानिए कैसे पलायन ने होजरी, साइकिल…
Read More » -
आयोजन
सड़कें बनी रणभूमि, आस्था बनी हथियार – हिरण्यकश्यप गली-मोहल्लों में हुंकार भरता है, आने जाने वाले पर कोडा बरसाता है
बीकानेर में हर वर्ष नृसिंह जयंती पर हिरण्यकश्यप-वध की प्रतीकात्मक लीला का आयोजन होता है। जानिए इस ऐतिहासिक परंपरा के…
Read More » -
आखिरी कालम
पाकिस्तान की जिद बनाम मोदी की दृढ़ नीति: अब भारत नहीं सहेगा
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर एक गहन विश्लेषण जिसमें पाकिस्तान के जिद्दी रुख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी…
Read More » -
जिंदगी एक सफर
“मैं सिर्फ़ किसी की बहू, बेटी या पत्नी नहीं हूं—मैं नीरू हूं, एक सपना, एक संकल्प”
जब भी मैं आंखें बंद करती हूं, तो एक नन्ही-सी लड़की की छवि उभरती है—श्रीगंगानगर की गलियों में खुली आंखों…
Read More » -
आज का मुद्दा
दलील से ज्यादा धमकी: करणी सेना की रणनीति या उकसाने की राजनीति?
सुरेंद्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट राजस्थान से निकली श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना भारत में सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक विषयों…
Read More » -
बाडमेर
इश्क़ और इरादे हार गए आतंकी साजिशों से ; बारात अटारी सीमा से लौटी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव का असर बाड़मेर की एक बारात पर…
Read More » -
बूंदी
“हैण्डवर्क” की ‘ओढ़नी’ व “ओरेंगजा” का ‘लहंगा’ युवतियों के बीच मचा रखा है धूम
“बूंदी और नैनवां में आखातीज से लेकर पीपल पूर्णिमा तक शादियों के लिए खरीदारी जोरों पर है। कपड़ों, ज्वैलरी और…
Read More » -
कोटा
वाल्मीकि महासभा का ऐतिहासिक अधिवेशन: आरक्षण से लेकर शिक्षा तक गूंजे सशक्त प्रस्ताव, 24 राज्यों से पहुंचे प्रतिनिधि
कोटा में आयोजित अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में 24 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।…
Read More » -
खास खबर
राणा सांगा बनाम बाबर : खानवा का युद्ध और भारत में मुग़ल साम्राज्य की नींव
जानिए कैसे मेवाड़ के शक्तिशाली शासक राणा सांगा और बाबर के बीच 1527 में हुआ खानवा का युद्ध भारतीय इतिहास…
Read More » -
आखिरी कालम
वचनबद्धता बनाम उपेक्षा: जब लेखक की मेहनत सवालों में घिर जाए
घर के अपने ही परिजन जब यह पूछ बैठें—”आपकी किताब का क्या हुआ?”—तो भीतर कहीं कुछ टूट सा जाता है।…
Read More »