छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के बाद सीएम योगी ने बताया—ब्राह्मण, क्षत्रिय और सिखों के धर्मांतरण के रेट तय थे। जानें इस राष्ट्रविरोधी षड्यंत्र की पूरी कहानी।”
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण की एक खतरनाक साजिश का पर्दाफाश हुआ है, जिसने सामाजिक समरसता को चुनौती देने का प्रयास किया। इस पूरे प्रकरण के मास्टरमाइंड के रूप में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार कर यूपी एटीएस (Anti Terrorist Squad) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इससे पहले कि यह अभियान और गहराई में जाए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कई चौंकाने वाले तथ्य सार्वजनिक किए हैं।
🔍 खुलासे जो हैरान कर देंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार, छांगुर बाबा ने धर्मांतरण के लिए बाकायदा जातियों के अनुसार ‘रेट कार्ड’ तैयार कर रखा था। इसमें ब्राह्मण, क्षत्रिय, सिख, अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी समुदायों के धर्मांतरण की अलग-अलग कीमतें तय की गई थीं। यह एक सुनियोजित साजिश थी जिसमें न केवल हिंदू समाज को निशाना बनाया गया, बल्कि देश की सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को भी कमजोर करने की कोशिश की गई।
💸 धन का स्रोत और नेटवर्क
सीएम योगी ने जानकारी दी कि आरोपी के 40 से अधिक बैंक खातों की पड़ताल में अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक का ट्रांजेक्शन सामने आ चुका है। यह पैसा विदेशों से आया था और स्पष्ट रूप से धर्मांतरण के काम में लगाया जा रहा था। यही नहीं, ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) भी अब इस प्रकरण में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू कर चुकी है।
📍 किस तरह फैला था जाल?
पीलीभीत और बलरामपुर जैसे जिलों में छांगुर बाबा का नेटवर्क सक्रिय था। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन क्षेत्रों में “घर वापसी” अभियान भी चलाया गया है, जिसके माध्यम से लोगों को दोबारा अपने मूल धर्म में वापस लाया गया। यह अभियान दर्शाता है कि छांगुर बाबा ने किस हद तक समाज के ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने की कोशिश की थी।
⚠️ सीएम योगी की अपील—सजग रहिए, सच्चाई पहचानिए
मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की। उन्होंने कहा:
“देश की आत्मा पर चोट करने वाले ये लोग अब नई रणनीति के तहत काम कर रहे हैं। समय बदला है, लेकिन उनके इरादे वही हैं। हमें इन विभाजनकारी ताकतों से सावधान रहना होगा।”
सीएम योगी ने यह भी कहा कि सिख गुरुओं के बलिदान से प्रेरणा लेते हुए आज की पीढ़ी को धर्म, राष्ट्र और समाज की रक्षा के लिए सजग और सक्रिय होना होगा।
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की गिरफ्तारी केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि उस साजिश का पर्दाफाश है जो समाज को धर्म, जाति और वर्ग के आधार पर बांटने की गहरी चाल चल रही थी। योगी सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। एटीएस और ईडी जैसे एजेंसियों की सहभागिता से उम्मीद है कि इस पूरे नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जा सकेगा।