सिद्धार्थनगर में प्रेमी संग मिलकर महिला ने पति की हत्या कर शव को नदी में फेंका। बेटे की गवाही और मोबाइल लोकेशन से हुआ सनसनीखेज खुलासा। पढ़िए पूरी कहानी।
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
सिद्धार्थनगर(उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में एक रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात सामने आई है, जहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। इस चौंकाने वाली घटना में 35 वर्षीय संगीता देवी और उसके प्रेमी अनिल शुक्ला उर्फ विवेक (27) को गिरफ्तार किया गया है। संगीता ने अपने 48 वर्षीय पति कन्नन कुमार की हत्या कर शव को राप्ती नदी में फेंक दिया।
यह मामला इसलिए और भी चौंकाता है क्योंकि संगीता और कन्नन ने 18 साल पहले प्रेम विवाह किया था, और उनका 12 साल का बेटा भी है।
हत्या की साजिश का खाका: मंदिर यात्रा, जहरीला प्रसाद और नदी में फेंका शव
पुलिस के अनुसार, यह हत्या 2 जून 2025 को अंजाम दी गई। घटना के दिन कन्नन श्रावस्ती स्थित विभूतिनाथ मंदिर से लौट रहे थे, तभी संगीता ने उन्हें जहरीला प्रसाद खिलाया। इसके बाद, अनिल की मदद से उन्होंने कन्नन को बेहोशी की हालत में बलरामपुर के कोडारी इलाके में स्थित 25 फीट ऊंचे पुल से राप्ती नदी में फेंक दिया।
हालांकि, हत्या के बाद संगीता ने अपने पति की गुमशुदगी का नाटक किया और 5 जून को ढेबरुआ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इतना ही नहीं, वह तीन दिन तक अनिल के साथ यात्रा करती रही, ताकि संदेह से बच सके।
बेटे और देवर की सतर्कता से खुला सच
जांच की दिशा उस वक्त बदली जब कन्नन के बेटे ने पुलिस को बताया, “पापा मम्मी और अनिल अंकल के साथ गए थे, लेकिन मम्मी ही लौटीं।”
इसी बीच, कन्नन के छोटे भाई बाबूलाल को रिश्तों में बढ़ते तनाव को लेकर संदेह हुआ। उन्होंने संगीता पर हत्या का आरोप लगाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने संगीता के मोबाइल की लोकेशन ट्रैक की, जो घटना के समय कन्नन के साथ थी।
जब संगीता से पूछताछ की गई, तो वह सटीक जवाब नहीं दे पाई और आखिरकार टूटकर अपना गुनाह कबूल कर लिया।
प्रेम संबंध से शुरू हुआ अपराध की ओर सफर
पूछताछ में पता चला कि संगीता और अनिल की पहली मुलाकात पांच साल पहले ट्रेन यात्रा के दौरान हुई थी। धीरे-धीरे उनका प्रेम संबंध गहराया और अनिल अक्सर संगीता के घर आने-जाने लगा।
जब कन्नन को संदेह हुआ, तो संगीता ने इसे महज दोस्ती कहकर बात टाल दी। मगर धीरे-धीरे दोनों ने कन्नन को रास्ते से हटाने की योजना बना ली।
नदी में मिला शव, कपड़ों से हुई पहचान
10 जून को राप्ती नदी में एक कंकाल मिला, जो घटनास्थल से 1.5 किलोमीटर नीचे मिला था। कपड़ों के आधार पर उसकी पहचान कन्नन के रूप में हुई।
बाबूलाल की तहरीर पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए संगीता और अनिल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
शोहरतगढ़ सर्किल ऑफिसर सुजीत राय ने पुष्टि करते हुए कहा, “यह पूर्व नियोजित हत्या थी। संगीता ने जांच को भटकाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सच्चाई सामने आ ही गई।”