गंदगी के बीच जीवन जीने को मजबूर ‘कांशीराम शहरी गरीब आवास’ के लोग, नगर पालिका की अनदेखी

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चित्रकूट के कांशीराम शहरी गरीब आवास के लोग गंदगी में जीने को मजबूर। नगर पालिका की अनदेखी से टूटी नालियां और कचरे का अंबार। प्रशासन कब देगा ध्यान?”

चित्रकूट: कर्वी नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 कांशीराम शहरी गरीब आवास लोढ़वारा के निवासी गंदगी और दुर्गंध में जीवन जीने को मजबूर हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिका और प्रशासन को कई बार सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए शिकायत दी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

गंदगी और टूटी नालियों से बढ़ रही बीमारियां

लोढ़वारा स्थित इंग्लिश मीडियम कंपोजिट स्कूल के पीछे गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जगह-जगह टूटी नालियां, भरे हुए चेंबर और फैला हुआ कचरा लोगों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर रहा है। मच्छरों और गंदगी के कारण लोग तरह-तरह की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।

गंदगी का अंबार

स्वच्छता अभियान केवल कागजों तक सीमित?

भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत अभियान जैसे बड़े अभियानों को चला रही हैं, लेकिन कांशीराम शहरी गरीब आवास में जमीनी स्तर पर सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप पड़ी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर पालिका इस इलाके के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।

बच्चों और बुजुर्गों को हो रही सबसे ज्यादा परेशानी

यहां रहने वाले स्कूली बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। गंदगी और संक्रमण के डर से लोग डर और परेशानी में जी रहे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जल्द से जल्द सफाई अभियान चलाने और व्यवस्था सुधारने की मांग की है।

क्या प्रशासन देगा कोई ध्यान?

अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन और नगर पालिका इस समस्या को गंभीरता से लेकर स्वच्छता सुनिश्चित करेंगे, या फिर योजनाएं केवल कागजों और इंटरनेट पर ही चलती रहेंगी?

➡️राधेश्याम प्रजापति की रिपोर्ट

samachardarpan24
Author: samachardarpan24

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