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18 March 2025 12:21 am

बांदा जिले के बबेरू तहसील में आवारा पशुओं का आतंक, किसान अनशन की तैयारी में

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“बांदा जिले की बबेरू तहसील में आवारा पशुओं के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। प्रशासन की उदासीनता से परेशान किसान अनशन आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। जानिए पूरी खबर।”

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की बबेरू तहसील में आवारा पशुओं की समस्या गंभीर होती जा रही है। आहार, मिलाथू, पल्हरी, शिव, मवई समेत 15 से अधिक गांवों में सैकड़ों आवारा मवेशी किसानों की फसलों को नष्ट कर रहे हैं।

अधिकारियों से गुहार लगाने के बावजूद कोई समाधान नहीं

समाजसेवी पीसी पटेल और ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर कई बार प्रशासन से शिकायत की। उन्होंने बीडीओ से लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक को पत्र भेजकर इस समस्या से अवगत कराया। हालांकि, अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

गौ संरक्षण योजना हो रही विफल

उत्तर प्रदेश सरकार गौ संरक्षण योजना के तहत अरबों रुपये खर्च कर रही है, ताकि किसानों की फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और उनकी आय दोगुनी हो। मगर अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह योजना धरातल पर विफल होती नजर आ रही है।

फसलों को हो रहा भारी नुकसान

किसानों का कहना है कि धान की फसल पहले ही बर्बाद हो चुकी है। अब गेहूं, चना, मसूर, मटर और सरसों की फसलें भी खतरे में हैं। किसान दिन-रात खेतों की रखवाली करने को मजबूर हैं, फिर भी आवारा मवेशी उनकी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं।

16 मार्च को भेजे गए सबूत, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं

16 मार्च को समाजसेवी पीसी पटेल ने खेतों में जाकर आवारा पशुओं की वीडियो और तस्वीरें खींचकर उच्च अधिकारियों को भेजीं। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या पर शासन को गलत जानकारी देने का आरोप लगाया।

आंदोलन की तैयारी में किसान

इस समस्या का समाधान न होने पर किसानों ने अनशन आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि अगर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।

बांदा जिले में आवारा पशुओं की समस्या गंभीर होती जा रही है, जिससे किसानों की फसलें चौपट हो रही हैं। प्रशासन को इस विषय पर जल्द और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है, अन्यथा किसानों का आक्रोश उग्र रूप ले सकता है।

➡️सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट

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