रिश्वत में बीवी की डिमांड….बिजली विभाग के अधिकारी की, गरीब किसान से गंदी बात… विभाग में मचा हडकंप

279 पाठकों ने अब तक पढा

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में बिजली विभाग के एक अधिकारी की शर्मनाक करतूत सामने आई है। एक गरीब किसान ने आरोप लगाया है कि बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता (XEN) प्रदीप गौतम ने उसका बिजली बिल गलत तरीके से बढ़ा दिया और उसे सही करने के लिए उसकी पत्नी को अकेले भेजने की मांग की। यह घटना सामने आने के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया और बिजली विभाग के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।

अधिशासी अभियंता ने पहले की पत्नी की तारीफ, फिर बढ़ा दिया बिल

पीड़ित किसान के अनुसार, प्रदीप गौतम पहले उसकी पत्नी की सुंदरता की तारीफ कर चला गया। किसान को यह अजीब तो लगा, लेकिन उसने इस बात को नजरअंदाज कर दिया। मगर अगले ही दिन बिजली विभाग ने उसका बिजली बिल बढ़ा दिया और कनेक्शन काट दिया।

जब किसान बिल सही कराने के लिए अधिकारी के पास पहुंचा, तो XEN प्रदीप गौतम ने गंदी हरकत करते हुए कहा –

“अगर बिल ठीक कराना है तो अपनी पत्नी को अकेले भेजो।”

₹40,000 की रिश्वत भी मांगी गई

शुरुआत में किसान सामाजिक डर की वजह से चुप रहा, लेकिन जब बार-बार पत्नी को भेजने की मांग की गई और ऊपर से ₹40,000 की रिश्वत भी मांगी गई, तो उसने हिम्मत जुटाकर उच्च अधिकारियों से शिकायत करने का फैसला किया।

किसान का आरोप है कि अधिकारी ने उसे बिजली बिल में गड़बड़ी सुधारने के लिए रिश्वत देने या पत्नी को भेजने के लिए मजबूर किया। इस घटना के बाद किसान सदमे में है और अब न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है।

आरोपी अधिकारी ने आरोपों को बताया साजिश, विभाग ने जांच के आदेश दिए

जब इस मामले में अधिशासी अभियंता प्रदीप गौतम से बात की गई, तो उन्होंने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए इसे अपने खिलाफ साजिश करार दिया। उनका कहना है कि किसान द्वारा लगाए गए आरोप झूठे हैं और उन्हें बदनाम करने की साजिश हो रही है।

हालांकि, बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। अब देखना यह होगा कि इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई होती है या फिर गरीब किसान को न्याय के लिए यूं ही भटकना पड़ेगा।

samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top