सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया । जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन गांधी सभागार, विकास भवन, देवरिया में संपन्न हुआ। बैठक में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी और प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।
बैठक की शुरुआत में उप कृषि निदेशक सुभाष मौर्य ने पिछले किसान दिवस में दर्ज की गई शिकायतों के निस्तारण की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने कृषि विभाग की विभिन्न लाभकारी योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान में फार्मर रजिस्ट्री और एग्रीस्टैक योजना प्रमुखता से चल रही है। इस योजना के तहत किसानों का रजिस्ट्रेशन प्रत्येक ग्राम में आयोजित कैंप, जन सेवा केंद्र अथवा स्वयं के माध्यम से किया जा सकता है।
खाद और फसलों की जानकारी
जिला कृषि अधिकारी ने जिले में उर्वरक की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जनपद में 52,000 मीट्रिक टन की मांग के सापेक्ष 48,000 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। वहीं, कृषि रक्षा अधिकारी ने गेहूं की फसल में पीलेपन की समस्या से बचाव के लिए सल्फर के उपयोग का सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि सल्फर जिले के सभी कृषि रक्षा गोदामों पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। इसके अलावा, आलू की फसल में पाला या झुलसा रोग की संभावना को देखते हुए नमी बनाए रखने की सलाह दी गई।
पशु पालन और बागवानी पर जोर
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि फरवरी माह तक जिले में खुरपका और मुंहपका रोग के लिए निशुल्क टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। जिला उद्यान अधिकारी ने बागवानी मिशन योजना के तहत किसानों को आम, लीची, केला, ड्रैगन फ्रूट, मखाना, कटहल, आंवला, अमरूद, लहसुन, प्याज, मिर्च आदि फसलों पर अनुदान प्रदान करने की जानकारी दी।
किसानों की समस्याओं पर चर्चा
किसान दिवस में उपस्थित किसानों ने गन्ना भुगतान, ढाडा स्थित चीनी मिल का कांटा देवरिया में स्थानांतरित करने और दुग्ध भुगतान जैसे मुद्दों को उठाया। जिलाधिकारी ने इन समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
मत्स्य विभाग के कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मत्स्य पालन के इच्छुक किसानों के लिए 20 जनवरी 2025 तक ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल खोला जाएगा।
विशेष अतिथियों की उपस्थिति
इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पांडेय, उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, प्रभारी अधिशासी अभियंता (नहर), भूमि संरक्षण अधिकारी, सहायक अभियंता (नलकूप), दुग्ध विभाग के अधिकारी, और विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधि, जैसे राघवेन्द्र प्रताप शाही, कौशलेशनाथ मिश्र, अतुल मिश्रा, सत्याग्रहण सरोज सहित अनेक किसान उपस्थित थे।
किसान दिवस के माध्यम से किसानों की समस्याओं पर चर्चा कर समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने का प्रयास किया गया।