चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
मेरठ के सुहैल गार्डन में बुधवार की रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। मोईन नामक व्यक्ति और उसके परिवार के पांच सदस्यों की बेरहमी से धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। इस वीभत्स घटना में मोईन, उसकी पत्नी आसमा और उनकी तीन बेटियां – अक्शा, अजीजा, और अदीबा शामिल हैं। आश्चर्यजनक बात यह है कि इतनी बड़ी वारदात के बावजूद पड़ोसियों ने कोई चीख-पुकार नहीं सुनी और उन्हें इसकी भनक तक नहीं लगी।
हत्या की विभत्सता
हत्या करने वाले कातिलों ने अपनी क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। आसमा और उसकी बेटियों की लाशों को बोरों में भरकर दीवान बेड में बंद कर दिया गया, जबकि मोईन की लाश को एक चादर में लपेटकर फर्श पर छोड़ दिया गया। घटनास्थल की स्थिति से यह भी प्रतीत हो रहा है कि कातिल शवों को कहीं और ले जाकर ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे, लेकिन किसी कारणवश ऐसा नहीं कर सके।
जान-पहचान वालों की संलिप्तता की आशंका
पुलिस की शुरुआती जांच से यह संकेत मिलते हैं कि हत्यारे मोईन के परिचित हो सकते हैं, क्योंकि घर के दरवाजे पर जबरन घुसने के कोई निशान नहीं मिले हैं। यह संभावना जताई जा रही है कि परिचितों ने ही बड़ी आसानी से घर में प्रवेश किया और पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया। वारदात इतनी सुनियोजित थी कि किसी को भागने या बचाव का मौका तक नहीं मिला।
घटना से पहले की परिस्थितियां
मोईन का परिवार हाल ही में रुड़की से मेरठ शिफ्ट हुआ था। वह सुहैल गार्डन में किराये के मकान में रह रहा था और अपने नए मकान का निर्माण करवा रहा था। बुधवार को ही नए मकान का लेंटर डाला गया था, जिसकी खुशी में आसमा ने मोहल्ले में लड्डू बांटे थे। परिवार अपने नए घर को लेकर बेहद खुश था, लेकिन उसी रात यह खौफनाक घटना हो गई।
अंतिम बार कब देखा गया था?
मोईन और उसके परिवार को बुधवार रात करीब 9 बजे आखिरी बार जीवित देखा गया। इससे पहले मोईन के छोटे भाई अमजद की पत्नी नजराना ने रात 7:30 बजे उनसे मुलाकात की थी। उसने बताया कि मोईन की दो बेटियां बीमार थीं और उन्हें डॉक्टर को दिखाकर दवा दिलाई गई थी। अगले दिन सुबह 9 बजे जब वह दोबारा मोईन के घर पहुंची, तो मुख्य गेट पर ताला लगा हुआ मिला।
मौके पर पहुंचा पुलिस और परिवार
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। क्राइम सीन देखकर कई पुलिसकर्मियों के चेहरे पीले पड़ गए। आसमा के मायके वालों ने भी रात को मेरठ पहुंचकर कातिलों को जल्द से जल्द पकड़ने और उनके एनकाउंटर की मांग की। हालांकि पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया।
पुलिस के सामने चुनौतियां
घटना स्थल और परिस्थितियां पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि रात में किसी बाहरी व्यक्ति को घर में आते-जाते नहीं देखा गया। ऐसे में यह मामला और भी उलझ गया है। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है और जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने का दावा किया है।
सुहैल गार्डन की यह घटना न केवल दिल दहला देने वाली है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। इस विभत्स हत्याकांड के पीछे छिपे कारण और अपराधियों को पकड़ने की जिम्मेदारी पुलिस पर है। पूरे इलाके में भय और आक्रोश का माहौल है, और सभी को न्याय की प्रतीक्षा है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."